लखीमपुर खीरी में बड़ा रिश्वतकांड: बिल पास कराने के एवज में मांगे गए 90 हजार, एंटी करप्शन ने दबोचे दो कर्मचारी

लखीमपुर खीरी। भ्रष्टाचार निवारण संगठन लखनऊ मंडल ने शनिवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए दो कर्मचारियों को रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया। मामला लखीमपुर खीरी से जुड़ा है, क्योंकि शिकायतकर्ता और एक आरोपी दोनों इसी जिले के निवासी हैं। इस खुलासे के बाद पूरे जिले में हड़कंप मच गया है।

ईदगाह लखीमपुर खीरी निवासी आनंद कुमार ने एंटी करप्शन में तहरीर देकर बताया था कि उनके बिल पास कराने के एवज में संबंधित कर्मचारियों ने मोटी रकम की मांग की है। तहरीर की पुष्टि के बाद टीम ने जाल बिछाया और 23 अगस्त को अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी कर दोनों आरोपितों को धर दबोचा।

गिरफ्तार आरोपितों की पहचान अनिल वर्मा पुत्र गुरुचरण वर्मा निवासी रामापुर, जनपद लखीमपुर खीरी और हिमांशु शेखर पुत्र बनवारी लाल निवासी राजाजीपुरम, लखनऊ के रूप में हुई। अनिल वर्मा के पास से सत्तर हजार रुपये और हिमांशु शेखर के पास से बीस हजार रुपये की रिश्वत रकम बरामद हुई। दोनों से मिली कुल नब्बे हजार रुपये की राशि मजिस्ट्रेट और गवाहों की मौजूदगी में गिनकर सील की गई।

कार्रवाई के दौरान अनिल वर्मा को 23 अगस्त 2025 की दोपहर 1 बजकर 07 मिनट पर बस अड्डे के पास से पकड़ा गया, जबकि हिमांशु शेखर को उसी दिन 1 बजकर 25 मिनट पर गुरु नानक कॉलेज के पास गिरफ्तार किया गया। दोनों को पकड़ने के बाद थाना कोतवाली, जनपद लखीमपुर खीरी में मुकदमा दर्ज कर लिया गया। गिरफ्तारी की सूचना वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लखीमपुर खीरी को दी गई है।

इस कार्रवाई ने साफ कर दिया है कि सरकारी कामकाज में सुविधा शुल्क के नाम पर रिश्वत मांगने वालों के खिलाफ एंटी करप्शन लगातार सख्त रुख अपनाए हुए है। बिल पास कराने जैसे सामान्य काम में भी रिश्वत की मांग होना जिले में भ्रष्टाचार की गहराई को उजागर करता है। आम जनता का कहना है कि इस तरह की कार्रवाई से भ्रष्टाचार पर रोक लगेगी और जनता को बिना रिश्वत दिए सरकारी सुविधाएं मिल सकेंगी।

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