झाँसी : मोंठ में ई-रिक्शा का चार्जर और बैटरी फटने से झुलसा चालक, 23 दिन बाद भोपाल में मौत, परिवार में मचा कोहराम

झाँसी। मोंठ क्षेत्र से एक दर्दनाक हादसे की खबर सामने आई है। ई-रिक्शा चालक नीरज कुमार (पुत्र बाबूलाल) की उपचार के दौरान 23 दिन बाद मौत हो गई। मध्य प्रदेश के भोपाल में इलाज के दौरान 20 अगस्त को उन्होंने अंतिम सांस ली। मौत की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया और परिवारजन बेसुध होकर रोते-बिलखते नज़र आए।

ऐसे हुआ हादसा

जानकारी के अनुसार, मोंठ कोतवाली क्षेत्र के रेलवे स्टेशन के सामने रहने वाले नीरज कुमार ने करीब तीन वर्ष पहले ई-रिक्शा खरीदा था और उसी को चलाकर अपने परिवार का भरण-पोषण करते थे। 29 जुलाई की रात वह हमेशा की तरह रिक्शा को घर में चार्ज पर लगा रहे थे। इसी दौरान अचानक बिजली के तारों में स्पार्किंग हो गई और देखते ही देखते चार्जर और बैटरी धमाके के साथ फट गए। इस हादसे में नीरज बुरी तरह झुलस गए।

परिजनों ने आनन-फानन में उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मोंठ में भर्ती कराया, जहाँ से हालत गंभीर देखते हुए झाँसी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। झाँसी में 7 अगस्त तक उन्हें मेडिकल कॉलेज में रखा गया, लेकिन सुधार न होने पर परिजन उन्हें एक निजी अस्पताल में ले गए। यहाँ 9 अगस्त तक इलाज चला, लेकिन हालत बिगड़ती गई। इसके बाद बेहतर इलाज की उम्मीद में परिजन उन्हें भोपाल ले गए, जहाँ 20 अगस्त को नीरज ने दम तोड़ दिया।

घर में मचा मातम

21 अगस्त की शाम उनका शव मोंठ स्टेशन के पास स्थित पैतृक आवास पर लाया गया, जहाँ गमगीन माहौल में उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। नीरज के निधन से परिवार पूरी तरह टूट गया है। मृतक के पिता बाबूलाल करीब 50 वर्ष पहले मध्य प्रदेश के छतरपुर से आकर मोंठ स्टेशन के पास बस गए थे और तभी से पूरा परिवार यहीं रह रहा है।

पीछे छूट गया परिवार

नीरज के परिवार में पत्नी ललिता और दो बच्चे—16 वर्षीय शालिनी और 14 वर्षीय नीलेश हैं। दोनों अभी पढ़ाई कर रहे हैं और उनकी शादी भी बाकी है। परिवार के एकमात्र कमाऊ सदस्य की मौत से पत्नी और बच्चों का भविष्य अधर में लटक गया है। नीरज ही ई-रिक्शा चलाकर तथा घर में एक छोटी दुकान चलाकर परिवार का खर्च उठाते थे। अब उनके निधन से पूरा परिवार आर्थिक संकट में आ गया है।

परिजनों ने बताया कि उनके पास न तो कोई जमीन है और न ही बड़ी संपत्ति। केवल एक मकान और छोटा-सा प्लॉट ही है। ऐसे में घर के मुखिया की मौत ने पूरे परिवार की नींव हिला दी है। पत्नी और बच्चों की हालत देखकर हर किसी की आँखें नम हो रही हैं।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें