
बस्ती : भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक दयाराम चौधरी ने प्रेस क्लब सभागार में पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि पौराणिक भद्रेश्वनाथ मंदिर के लिए कॉरिडोर का निर्माण कराया जाएगा। बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वार्ता के दौरान इसकी सहमति दे दी है और अति शीघ्र इस पर कार्य आरंभ हो जाएगा।
पत्रकारों द्वारा यह पूछे जाने पर कि क्या वे 2027 में विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे, दयाराम चौधरी ने कहा कि यदि पार्टी नेतृत्व ने अवसर दिया तो वे चुनाव लड़ने को तैयार हैं।
पूर्व विधायक दयाराम चौधरी ने कहा कि वे किसान परिवार से हैं और मुण्डेरवा चीनी मिल बंद हो जाने के बाद क्षेत्रीय नागरिक परेशान थे। वे उस समय विधायक थे और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर इसे शुरू कराने का आग्रह किया। इसका परिणाम सुखद रहा और मुण्डेरवा में अत्याधुनिक चीनी मिल शुरू हुई। इससे गन्ना किसानों के दिन बहुर गए, हजारों लोगों को मिल में नौकरियां मिलीं और मुण्डेरवा कस्बे की चहल-पहल लौट आई। व्यापारियों के रोजगार में वृद्धि हुई।
उन्होंने कहा कि भद्रेश्वनाथ मंदिर के लिए कॉरिडोर का निर्माण हो जाने से यह क्षेत्र पर्यटन के रूप में विकसित होगा और श्रद्धालुओं को सुखद अनुभूति होगी। अपने विधायक कार्यकाल में उन्होंने सड़कों का तेजी से निर्माण कराया और उसका लाभ लोगों को मिल रहा है। भद्रेश्वनाथ मंदिर का सौंदर्यीकरण भी कराया गया।
पूर्व विधायक दयाराम चौधरी ने कहा कि कॉरिडोर के बन जाने पर भद्रेश्वनाथ मंदिर से लेकर महाराणा प्रताप चौराहा जिला कारागार के पास तक की तस्वीर बदल जाएगी। उन्होंने कहा कि जब वे जिला पंचायत अध्यक्ष थे, तब उन्होंने देखा कि वहां बाहर के लोग ठेका लेकर वसूली करते थे। उनके कार्यकाल में जिला पंचायत द्वारा इसे बंद कराया गया। साथ ही कांवड़ियों के रहने और ठहरने के लिए यात्री छाजन व प्रकाश व्यवस्था कराई गई। तब से जिला पंचायत भद्रेश्वनाथ ने अपनी भूमिका का निर्वहन किया है।
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