
कासगंज: पूर्वांचल के कुख्यात माफिया मुख्तार अंसारी के छोटे बेटे का अब नया ठिकाना कासगंज जेल होगा। गाजीपुर जेल में बुरा बर्ताव किए जाने की अर्जी पर अपर न्यायाधीश प्रथम एमपी, एमएलए कोर्ट शक्ति सिंह की अदालत ने उमर अंसारी को कासगंज जिला जेल में शिफ्ट करने का आदेश जारी किया था। उन्हें कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच कासगंज जेल लाया गया। अंसारी परिवार का कासगंज जेल से पहले भी नाता रहा है। यहां उमर अंसारी के बड़े भाई अब्बास अंसारी भी बंद रह चुके हैं।
दरअसल, मुख्तार के छोटे बेटे उमर अंसारी ने कोर्ट में अधिवक्ता लियाकत अली के जरिए अर्जी दाखिल की थी। इसमें आरोप है कि उमर ने मां और 50 हजार की इनामी आफ्शा अंसारी का फर्जी हस्ताक्षर किया था। मामला प्रकाश में आने पर मुहम्मदाबाद कोतवाली में उमर अंसारी और उनके अधिवक्ता लियाकत अली के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। पुलिस ने उमर को 1 अगस्त को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
बड़े भाई ने जेल की गतिविधियों पर लगाए आरोप
उमर अंसारी के बड़े अब्बू व पूर्व विधायक शिवगतुल्लाह अंसारी ने उमर के जेल में बंद होने को लेकर बड़ा बयान मीडिया में दिया था और एक अर्जी न्यायालय में दाखिल की थी। उन्होंने कहा कि जेल में उमर अंसारी के साथ बुरा बर्ताव किया जा रहा है। जमीन से जुड़े एक मामले में फर्जी दस्तखत का आरोप लगाकर बिना सिग्नेचर एक्सपर्ट की जांच और बिना किसी ठोस प्रमाण के जेल भेज दिया गया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि विरोधियों को दबाने के लिए सरकार ऐसे कदम उठा रही है। उमर अंसारी को पूरी तरह तन्हाई में रखा गया है और बड़े अपराधी जैसा व्यवहार किया जा रहा है। इसलिए उनका कासगंज जेल में स्थानांतरण आवश्यक था। शनिवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच उन्हें कासगंज जेल भेजा गया।
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