
कर्नाटक के धर्मस्थल से जुड़े कथित सामूहिक बलात्कार और हत्याओं के मामले में शनिवार को नया मोड़ आया है। विशेष जांच दल (SIT) ने मुख्य शिकायतकर्ता सीएन चिन्नय्या उर्फ चेन्ना को झूठ बोलने के आरोप में गिरफ्तार किया।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, SIT की जांच में चेन्ना के सभी दावे झूठे और मनगढ़ंत पाए गए। पूछताछ के दौरान चेन्ना ने मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज कराया था, लेकिन SIT उससे संतुष्ट नहीं हुआ। जिरह के आधार पर जांच में पाया गया कि वह झूठ बोल रहा था। इसके बाद उसकी गवाह सुरक्षा हटा दी गई और अब उसे झूठी गवाही देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। चेन्ना का मेडिकल कराया जाएगा।
मामले में पहले अपनी बेटी के धर्मस्थल से गायब होने का बयान देने वाली सुजाता भट्ट ने भी अपने बयान से पलटते हुए कहा कि उनकी बेटी अनन्या भट्ट कभी अस्तित्व में ही नहीं थी। उन्होंने बताया कि उनके ऊपर इस तरह का बयान देने के लिए दबाव डाला गया था।
जुलाई में चेन्ना ने पुलिस थाने में एक खोपड़ी लेकर दावा किया था कि वह मंदिर में 16 साल तक सफाईकर्मी रहा और उसे कई महिलाओं और बच्चियों के शव जलाने और दफनाने के लिए मजबूर किया गया था। उसने आरोप लगाया कि ये सभी घटनाएं मंदिर से जुड़े शक्तिशाली लोगों के कहने पर हुई थीं और वह इस मामले में गवाह बनने को तैयार था।
इस मामले ने राजनीतिक विवाद को भी जन्म दिया। भाजपा ने कांग्रेस पर मंदिर नगरी को बदनाम करने की कोशिश करने और दुष्प्रचार रोकने के लिए कुछ न करने का आरोप लगाया। वहीं कांग्रेस का कहना है कि भाजपा इस मुद्दे से राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश कर रही है। नवीनतम घटनाक्रम ने भाजपा को सरकार पर निशाना साधने और SIT जांच की मंशा पर सवाल उठाने का मौका दिया है।