उत्तर प्रदेश आवास एवं विकास परिषद को पांचवीं बार मिला सेवोत्तम प्रमाणपत्र, ग्राहक सेवा में देश की अग्रणी संस्था बनी

लखनऊ: उत्तर प्रदेश आवास एवं विकास परिषद ने एक बार फिर उत्कृष्टता की मिसाल पेश की है। परिषद को भारतीय मानक ब्यूरो BIS द्वारा IS 15700:2018 सेवोत्तम प्रमाणपत्र का नवीनीकरण प्रदान किया गया है। यह प्रमाणपत्र ग्राहक सेवा के क्षेत्र में श्रेष्ठता का प्रतीक माना जाता है। परिषद को यह प्रतिष्ठित मान्यता लगातार पांचवीं बार प्राप्त हुई है, जिससे वह देश की एकमात्र ऐसी संस्था बन गई है, जिसने 2013 से अब तक यह मानक निरंतर बनाए रखा है।

13 से 22 अगस्त तक चला ऑडिट, 22 अगस्त को मिली स्वीकृति
सेवोत्तम प्रमाणपत्र के नवीनीकरण हेतु भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा 13 अगस्त से 22 अगस्त 2025 तक परिषद के विभिन्न कार्यालयों का चरणबद्ध ऑडिट किया गया। समापन बैठक 22 अगस्त को परिषद मुख्यालय में संपन्न हुई, जहां ऑडिट टीम ने नवीनीकरण की संस्तुति की।

तीन प्रमुख घटकों पर टिकी होती है सेवोत्तम व्यवस्था
यह प्रमाणपत्र ISO 9001 मानक पर आधारित है तथा तीन प्रमुख घटकों को ध्यान में रखते हुए दिया जाता है:

गुणवत्ता प्रबंधन प्रणाली Quality Management System

नागरिक चार्टर एवं शिकायत निवारण व्यवस्था

सार्वजनिक सेवा डिलीवरी हेतु क्षमता निर्माण

    हर साल होती है सख्त निगरानी
    प्रमाणपत्र की वैधता तीन वर्षों की होती है, लेकिन हर वर्ष भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा सघन सर्विलांस ऑडिट किया जाता है। परिषद ने हर बार इन सभी मानकों पर खरा उतरते हुए यह प्रमाणपत्र लगातार प्राप्त किया है।

    जन सेवा में प्रतिबद्धता का प्रतीक
    परिषद के अधिकारियों का कहना है कि यह उपलब्धि उनकी टीम की निरंतर मेहनत, पारदर्शिता और नागरिकों को बेहतर सेवाएं देने के प्रति प्रतिबद्धता का परिणाम है। परिषद अब और भी बेहतर ग्राहक सेवा देने के संकल्प के साथ आगे बढ़ रही है।

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