
जालौन : करमेर रोड स्थित स्वास्तिक नर्सिंग होम में डिलीवरी के दौरान जच्चा-बच्चा की मौत के मामले को लेकर पीड़ित परिजनों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देकर मामले की जांच एवं दोषी डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठाई है।
जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देते हुए राकेश पुत्र धरमदास निवासी ग्राम इमिलिया बुजुर्ग थाना आटा ने बताया कि उसकी बहन आकांक्षा पत्नी नंदकिशोर निवासी ग्राम पचोखरा थाना एट प्रसव पीड़ा से पीड़ित थी। पीड़िता के पति नंदकिशोर ने आकांक्षा को डिलीवरी के लिए 30 जुलाई 2025 को स्वास्तिक नर्सिंग होम, हाथी मंदिर उरई में भर्ती कराया तथा अस्पताल के चिकित्सक से निवेदन किया कि पीड़िता की जांच कर संतोषजनक प्रसव कराया जाए। यदि यहां पर संतोषजनक डिलीवरी संभव न हो सके तो उसे किसी सक्षम उच्च चिकित्सा केंद्र के लिए रेफर कर दिया जाए।
लेकिन डॉक्टर व उनकी पत्नी ने लालचवश प्रार्थी से 30 हजार रुपये जमा करवा लिए। इसके बाद लापरवाही से डिलीवरी कर दी गई, जिससे आकांक्षा की हालत बिगड़ गई। उसे मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया, जहां उसकी मौत हो गई। कुछ घंटे बाद बच्ची की भी मृत्यु हो गई।
इस मामले की जांच एसीएमओ को दी गई थी, लेकिन बाद में मामले को दबा दिया गया। पीड़ित ने मामले की निष्पक्ष जांच करवाने की मांग जिलाधिकारी से की है।
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