
UP Encounter : आजमगढ़ के जहानागंज इलाके में पुलिस मुठभेड़ में एक लाख का इनामी शंकर प्रसाद कन्नौजिया मारा गया। रौनापार थाना क्षेत्र के हाजीपुर गांव का निवासी शंकर मऊ जनपद में लूट और जीयनपुर कोतवाली में हत्या जैसे कई मामलों में वांछित था।
शनिवार की भोर में हुई मुठभेड़ के बाद घायल शंकर को अस्पताल ले जाया गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। उस पर मऊ जनपद में लूट सहित जीयनपुर कोतवाली में हत्या व लूट संबंधी कई अन्य मुकदमे दर्ज है।
मुठभेड़ की सूचना पर जहानागंज सहित कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची। घायल हाल में पुलिस शंकर को लेकर राजकीय मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में पहुंची, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद पुलिस विधिक कार्रवाई में जुट गई है। इसकी सूचना आलाधिकारियो के साथ ही स्वजन को भी दे दी गई।
पुलिस टीम पर कर दिया था फायर
शंकर कनौजिया आजमगढ़ क्षेत्र में अपने गिरोह के साथ किसी वारदात की फिराक में था। इस सूचना पर टीम ने जहानागंज क्षेत्र में डेरा डाल रखा था। गिरफ्तारी के दौरान शंकर कनौजिया द्वारा पुलिस टीम पर जान से मारने की नीयत से फायरिंग कर दी गई, टीम के सदस्य बाल−बाल बच गए। टीम द्वारा आत्मसुरक्षा में किए गए फायर से अपराधी मारा गया। घटनास्थल से एक कार्बाइन, 9 एमएम पिस्टल व भारी मात्रा में जिंदा व खोखा कारतूस बरामद हुआ हैं।
शैलेन्द्र की हत्या के बाद घोषित हुआ इनाम
शंकर कनौजिया द्वारा अपने गिरोह के साथ वर्ष 2011 में दोहरीघाट क्षेत्र में लूट के दौरान विंध्याचल पांडेय नामक व्यक्ति की हत्याकर गला काटकर गायब कर दिया गया था। यह तभी से फरार था। फरारी के दौरान यह लगातार लूट आदि का अपराध करता रहा।
2024 में जुलाई माह में इसके द्वारा जनपद महाराजगंज निवासी शैलेंद्र सिंह का अपहरण कर लोडर गाड़ी लूट लिया गया। लूट के दौरान उनकी हत्या कर धड़ से सिर गायब कर दिया गया था। इसके बाद इस पर एक लाख का पुरस्कार घोषित किया गया था।
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