
चंडीगढ़ : पंजाब में चुनाव से पहले ही भारतीय जनता पार्टी और सत्तारूढ़ सरकार आमने-सामने हो गए हैं। राज्य में भाजपा की तरफ से गुरुवार को केंद्र सरकार की योजनाओं के बारे में जागरूक करने के लिए कैंप लगाए गए, लेकिन भाजपा की इस कार्रवाई को लेकर सरकार सख्त हो गई है। पुलिस ने प्रदेश भर में हजारों की संख्या में भाजपा नेताओं को हिरासत में लिया है।
पंजाब सरकार ने शुक्रवार को भाजपा का नाम लिए बगैर एक बयान में कहा कि पिछले 24 घंटों में पंजाब पुलिस को शिकायतें मिली हैं कि कुछ लोग एक विशेष राजनीतिक पार्टी से होने का दावा करते हुए न केवल लोगों का निजी डेटा एकत्र कर रहे हैं, बल्कि उनके सरकारी कार्य करवाने के लिए कमीशन के रूप में पैसे भी वसूल रहे हैं। कुछ नागरिकों ने यह भी शिकायत की है कि ऐसे व्यक्तियों ने स्वयं को एक खास राजनीतिक पार्टी से जुड़ा बताकर उनसे संपर्क किया और बहला-फुसलाकर उनके बैंक खाता नंबर ले लिए, जिसके बाद उनके बैंक खातों से सारे पैसे निकाल लिए गए।
पंजाब पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि ऐसी सभी शिकायतों की जांच की जा रही है और कानून के अनुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने जनता से अपील कि है कि वे ऐसे समाज विरोधी तत्वों से दूर रहें और किसी को भी अपना निजी डेटा न दें, क्योंकि इसका दुरुपयोग हो सकता है। सरकार ने पंजाब भर में कई सेवा केंद्र स्थापित किए हैं। लोग अपने सरकारी काम के लिए किसी भी “सेवा केंद्र” या पंजाब सरकार के किसी भी दफ़्तर तक पहुंच सकते हैं। किसी भी सरकारी कार्य के लिए लोगों को किसी राजनीतिक पार्टी के व्यक्ति को कमीशन देने की आवश्यकता नहीं है। पंजाब पुलिस ने लोगों से अपील की है कि यदि उनके क्षेत्र में ऐसे कोई अवैध कैंप लगाए गए हैं, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।