
नई दिल्ली: बॉलीवुड के सुपरस्टार्स हेमा मालिनी और राजेश खन्ना ने अपने समय में फैंस के दिलों में खास जगह बनाई थी। उनके फैंस उन्हें खत लिखा करते और घर या सेट के बाहर घंटों इंतजार करते थे ताकि उनकी एक झलक देख सकें।
हाल ही में टीवी एक्ट्रेस नौशीन अली सरदार ने एक इंटरव्यू में ऐसा अनुभव साझा किया, जिसने उनके जीवन और सोच पर गहरा असर डाला। नौशीन ने बताया कि जब वे 15-16 साल की थीं, तब एयरपोर्ट पर उन्होंने एक अजीबो-गरीब दृश्य देखा।
उन्होंने कहा, “एक भी व्यक्ति राजेश खन्ना और हेमा मालिनी के पास ऑटोग्राफ लेने नहीं आया। वे दोनों महान कलाकार अकेले बैठे हुए थे और किसी ने उनकी ओर ध्यान नहीं दिया।”
लोकप्रियता की अस्थायीता का सबक

इस घटना ने नौशीन के मन में गहरा प्रभाव छोड़ा। उन्होंने कहा कि यह अनुभव उन्हें यह सिखाने वाला था कि शोहरत अस्थायी होती है। उन्होंने महसूस किया कि जो कलाकार कभी सुपरस्टार थे, उन्हें भी समय के साथ लोग पहचानना बंद कर देते हैं।
नौशीन ने आगे कहा, “मैंने ठान लिया कि भले ही मैं फेमस हो जाऊं, सफलता को सिर चढ़ने नहीं दूंगी। आज है कल नहीं, और फिर वह वापस आ सकता है या नहीं भी। इसलिए व्यक्ति को मजबूत होना चाहिए और इसे संभालना आना चाहिए।”
उन्होंने यह भी कहा कि बचपन से ही वे आध्यात्मिक रूप से परिपक्व थीं और सामान्य बच्चों से अलग सवाल अपने मन में उठाती थीं। यह अनुभव उन्हें पॉपुलैरिटी की क्षणभंगुरता समझने में मददगार साबित हुआ।
करियर की शुरुआत और लोकप्रिय टीवी शोज
नौशीन अली ने अपने करियर की शुरुआत विज्ञापनों से की थी। उनका पहला बड़ा ब्रेक मिला अल्ताफ़ राजा के म्यूज़िक वीडियो से। इसके बाद उन्हें “कुसुम” जैसे हिट टीवी सीरियल में काम मिला, जिसने उन्हें घर-घर में लोकप्रिय बना दिया।
उन्होंने “सिन्दूर तेरे नाम का”, “मेरी डोली तेरे अंगना”, और “गंगा” जैसे अन्य शोज़ में भी काम किया।