मथुरा : नगर निगम के लिए सिरदर्द बने खाली पड़े एक लाख से अधिक प्लॉट

  • इन खाली प्लाट में गंदगी व जलभराव पर नगर निगम ठोकेगा जुर्माना

मथुरा। नगर निगम के लिए अपनी सीमा में खाली पडे प्लाट सिर दर्द बन गये हैं। नगर निगम क्षेत्र में ऐसे प्लाट की संख्या एक लाख से अधिक है। आपका कोई प्लाट नगर निगम क्षेत्र में तो अब आपको सचते रहना होगा। आप को निरंतर अपने प्लाट की निगरानी करनी होगी। अगर प्लाट में जलभराव होता है और गंदगी पाई जाती है तो नगर निगम आप से जुर्माना वसूलेगा। इस पर नगर निगम मथुरा वृन्दावन ने कड़ा रुख अपनाया है। पांच हजार रुपये का जुर्माना वसूला जाएगा। नगर निगम ने स्वच्छता अभियान को और प्रभावी बनाने के लिए अब खाली पड़े प्लॉटों पर विशेष निगरानी शुरू कर दी है।

यदि किसी खाली प्लॉट में कूड़ा कर्कट, गंदगी अथवा जलभराव पाया गया तो संबंधित प्लॉट मालिक पर 5000 रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा। नगर निगम अधिकारियों के अनुसार मथुरा वृन्दावन नगर निगम क्षेत्र में लगभग एक लाख से अधिक खाली प्लॉट हैं, जिनमें वर्षों से कोई निर्माण नहीं हुआ है। इन स्थानों पर गंदगी जमा होने से न केवल बदबू और प्रदूषण फैलता है, बल्कि मच्छरों के प्रजनन से डेंगू, संचारी रोग, मलेरिया और अन्य बीमारियों का खतरा भी बढ़ता है। यदि कोई प्लॉट मालिक जुर्माना राशि का भुगतान करने से इंकार करेगा, तो यह बकाया उसकी प्रॉपर्टी आईडी में जोड़ दिया जाएगा। इसके बाद उस पर एनडीसी यानी नोडूज सर्टिफिकेट जारी नहीं होगी और बकाया चुकाए बिना वह प्रॉपर्टी टैक्स भी जमा नहीं कर सकेगा।

इतना ही नहीं, बकाया राशि पर डेढ़ फीसदी ब्याज भी लगाया जाएगा।’ नगर आयुक्त ने साफ चेतावनी दी है कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। लोगों से अपील की गई है कि वे अपने प्लॉट साफ रखें और शहर को स्वच्छ एवं स्वस्थ बनाने में निगम का सहयोग करें।

नगर आयुक्त जग प्रवेश ने सभी स्वास्थ्य विभाग की टीमों को निर्देश दिए हैं कि अपने-अपने क्षेत्र में खाली पड़े प्लॉटों की नियमित जांच करें। किसी भी तरह की गंदगी, कूड़ा या जलभराव मिलने पर तत्काल कार्रवाई कर संबंधित मालिक पर जुर्माना लगाया जाए।

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