
- ढोलना पुलिस पर पशु चोरों के विरुद्ध कार्यवाही न करने का लगाया आरोप।
कासगंज। ढोलना थाना क्षेत्र के ग्रामीणों ने गुरुवार को पुलिस द्वारा पशु चोरों के विरुद्ध कार्यवाही न करने के विरोध में सीओ ऑफिस पर प्रदर्शन किया है, इस दौरान ग्रामीणों ने थाना ढोलना पुलिस पर पशु चोर को छोड़ने व अज्ञात में मामला दर्ज करने का आरोप लगाते हुए सीओ कासगंज को एक प्रार्थना पत्र दिया है।
बता दें कि कासगंज सीओ ऑफिस पर गुरुवार की दोपहर ढोलना कोतवाली क्षेत्र के गांव नागला मोती के दर्जनों ग्रामीण पहुंचे और ढोलना पुलिस द्वारा पशु चोरों के विरुद्ध कार्यवाही न करने के विरोध में प्रदर्शन किया, इस दौरान नागला मोती निवासी इंद्रवीर पुत्र छोटेलाल ने सीओ कासगंज आंचल चौहान को प्रार्थना पत्र देकर बताया कि बीती 18 अगस्त की देर रात्रि को वह अपने घेर पर लेटा हुआ था और वहीं पर उसकी भेंसें व अन्य पशु भी बंधे हुए थे, देर रात्रि ही उसकी अचानक आँख खुली तो देखा कि मेरी दो भैंसे व एक पड्डा जिनकी कीमत लगभग 170000 रुपये थी, वह घेर में नहीं थे फिर उसने इधर उधर देखा तो उसके घेर से करीव 200 मीटर की दूरी पर सडक किनारे एक डीसीएम खडी थी, जिसके डाला खुलने की आवाज मुझे सुनाई दी, जब उसने देखा तो 5-6 लोग वहाँ उसकी भैसों व पड्डे को डीसीएम (वाहन) में चढ़ा रहे थे।
उसके द्वारा शोर मचाया तो गाँव के काफी लोग इकट्ठे हो गये, और चोरो की तरफ चोरो को पकड़ने दौडे पडे, लेकिन चोर डीसीएम (वाहन) में भेसों व पड्डे को लेकर भाग गये। उसका आरोप है कि घटना से दो दिन पहले उसके घर पर कस्बा विलराम का रहने वाला भैंस व्यापारी भूरा अपने अन्य दो लोगो के साथ लगातार दो दिन तक उन्ही भेसों को खरीदने के लिये आया था। जिस कारण उसे मेरे बेटे सुनील ने टोर्च की रोशनी से चोरो के नजदीक पहुँचने के कारण पहचान लिया था। पुलिस ने भूरा उपरोक्त को 19 अगस्त को पकड लिया और बाद में छोड दिया है। आरोप है कि घटना के बाद से वह व ग्रामीण लोग चौकी इनायती व थाना ढोलना पर 19 अगस्त की सुबह से लगातार भाग दौड कर रहे है। लेकिन थाना ढोलना से अभी तक कोई पुलिस कर्मी घटना स्थल (मेरे घर) तक भी नहीं पहुँचा है। साथ ही उससे ढोलना पुलिस अज्ञात में तहरीर देने बात कर रहे हैं। उसने सीओ सदर से मामले की जाँच कर कार्यवाही की मांग की है।