
ओकिनावा, नाहा, जापान। ओकिनावा तट पर लंगर डाले खड़े अमेरिकी नौसेना के युद्धपोत यूएसएस न्यू ऑरलियन्स में 12 घंटे तक आग लगी रही। इससे दो सदस्य झुलस गए। इस जहाज में बुधवार को स्थानीय समयानुसार शाम लगभग चार बजे आग लगी और गुरुवार तड़के बुझा दी गई।
अमेरिकी समाचार चैनल सीएनएन की खबर के अनुसार आग बुझाने में मदद करने वाले जापान तटरक्षक बल के एक बयान में कहा गया है कि स्थानीय समयानुसार सुबह 9 बजे के बाद आग बुझाने का काम बंद हुआ। अब यह पता लगाने के लिए जांच चल रही है कि आग पूरी तरह बुझी या नहीं।
अमेरिकी नौसेना ने कहा कि उसके दो नाविक सदस्य मामूली रूप से झुलस गए। उनका इलाज पोत पर ही किया गया। यह युद्धपोत जापानी द्वीप के पूर्वी तट पर व्हाइट बीच नौसेना सुविधा केंद्र के पास लंगर डाले हुए था। तभी उसमें आग लग गई।
नौसेना ने कहा कि न्यू ऑरलियन्स के चालक दल को यूएसएस सैन डिएगो के चालक दल ने अग्निशमन प्रयासों में सहायता प्रदान की। जापान तटरक्षक बल, जापान समुद्री आत्मरक्षा बल और ओकिनावा स्थित अन्य अमेरिकी नौसेना कमांडों ने आग बुझाने में मदद की।
अमेरिकी नौसेना के पूर्व कैप्टन और विश्लेषक कार्ल शूस्टर ने कहा कि युद्धपोतों में आग लगने का हमेशा खतरा बना रहता है, क्योंकि इनमें ज्वलनशील पदार्थों की भरमार होती है। हाल के वर्षों में अमेरिकी नौसेना के जहाज यूएसएस बोनहोम रिचर्ड में सबसे भीषण आग जुलाई, 2020 में लगी थी। वह सैन डिएगो के बंदरगाह पर एफ-35 लड़ाकू विमानों को ले जाने के लिए अपग्रेडेशन के दौर से गुजर रहा था। यह जहाज चार दिन तक आग की लपटों से घिरा रहा था। परिणामस्वरूप नौसेना को अरबों डॉलर के इस युद्धपोत को कबाड़ में डालना पड़ा।
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