
Vice President election : उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए एनडीए ने महाराष्ट्र के गवर्नर सीपी राधाकृष्णन को अपना उम्मीदवार बनाया है, जिन्होंने बुधवार को अपना नामांकन दाखिल कर दिया। वहीं, विपक्ष ने भी दक्षिण भारत से आए पूर्व जज बी सुदर्शन रेड्डी का नाम आगे बढ़ाया है, जिन्होंने आज अपना नामांकन किया।
बता दें, एनडीए ने साउथ कार्ड खेलते हुए अपने उम्मीदवार के रूप में राधाकृष्णन का नाम आगे बढ़ाया है। इसका कारण उनका आरएसएस से जुड़ा बैकग्राउंड और दक्षिण भारत का कनेक्शन माना जा रहा है, जो आगामी चुनाव में बीजेपी को फायदेमंद साबित हो सकता है। इस रणनीति का मकसद सिर्फ तमिलनाडु को लुभाना नहीं है, बल्कि दक्षिण में डीएमके और कांग्रेस को चुनौती देना और यह दिखाना भी है कि बीजेपी मिशन साउथ में पूरी ताकत से लगी हुई है।
विपक्ष ने भी अपने साउथ कार्ड के तहत पूर्व जज बी सुदर्शन रेड्डी का नाम आगे बढ़ाया है। रेड्डी का जन्म आंध्र प्रदेश के रंगारेड्डी जिले में हुआ था, जो अब तेलंगाना का हिस्सा है। सवाल यह उठता है कि क्या एनडीए के सहयोगी चंद्रबाबू नायडू अपने रुख में बदलाव करेंगे या फिर बीजेपी के साथ ही रहेंगे। यह भी देखा जाना है कि वाईएसआर कांग्रेस और बीआरएस जैसी पार्टियां इस चुनाव में क्या करेंगी।
बीआरएस के पास राज्यसभा में तीन सदस्य हैं, और उनका समर्थन विपक्ष के कई बड़े दलों का साथ है। हालांकि, उपराष्ट्रपति का चुनाव सर्वसम्मति से होना चाहिए था, लेकिन अब गुप्त मतदान के जरिये यह तय करना होगा कि किसे समर्थन मिलेगा।
बात यहां तक पहुंच चुकी है कि विपक्षी दलों के बीच भी खींचतान चल रही थी, क्योंकि कुछ क्षेत्रीय दल अपने-अपने दिग्गजों का नाम आगे बढ़ाना चाहते थे। लेकिन राहुल गांधी की डिनर मीटिंग में बी सुदर्शन रेड्डी के नाम पर सहमति बनी।
याद रहे, उपराष्ट्रपति का चुनाव गुप्त मतदान से होता है, जिसमें अपने उम्मीदवार को मजबूत बनाना और क्रॉस वोटिंग को रोकना बहुत जरूरी है। अब देखना है कि इस चुनाव में कौन जीतता है और किसकी रणनीति हारी या जीती।
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