
उरई, जालौन। कालपी में ट्रेन से कटकर मृत बताये गये युवक के परिजनों ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट में धरना देकर हंगामा खड़ा कर दिया। धरने में मृतक की पत्नी मंजू, ससुर और बच्चे 15 वर्षीय काजल और 9 वर्षीय सुधा शामिल थे। उनके धरने की खबर पर सिटी मजिस्ट्रेट राजेश वर्मा ने पुलिस बल के साथ उनके बीच पहुंचकर वार्ता की और उन्हें फिलहाल धरना खत्म करने के लिए मना लिया।
इसके बावजूद मृतक के परिजनों ने कहा है कि अगर आरोपियों पर कार्रवाई नही हुई तो वे 25 अगस्त से लखनऊ में मुख्यमंत्री के कार्यालय के बाहर धरना शुरू कर देगें। कालपी की कांशीराम कालौनी निवासी मंजू का आरोप है कि 10 जुलाई को रात में उसके पति राजू ने अपने पिता गोपाल को फोन कर कालौनी के ही कुछ लोगों द्वारा उस पर लाठी-डंडों से हमला करने और 5000 रुपये छीन लेने की जानकारी दी थी।
आरोपी इससे अवगत हो गये और उसी दिन देर रात उन्होंने राजू को मीठी बातों में फंसाकर अपने कमरे पर बुलाया और चाकू से पेट पर वार कर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद मामला छुपाने के लिए शव को रेलवे ट्रेक के पास फेंक दिया।
मंजू का इतना तक कहना है कि उसके पास घटना की रिकार्डिंग मौजूद है। कालौनी के तीन लोग जिन्होंने घटना को देखा अपना बयान देने को तैयार हैं। उसके ससुर ने थाने में प्रार्थना पत्र दिया था। लेकिन उन्हें भगा दिया गया। महिलाएं थाने पहुंची तो उनके साथ बदसलूकी की गई।
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