
बलरामपुर : एमएलके पीजी कॉलेज के वनस्पति विज्ञान विभाग के बीएससी तृतीय सेमेस्टर एवं एमएससी प्रथम वर्ष के छात्र-छात्राओं का एक शैक्षणिक भ्रमण दल सोमवार को महाविद्यालय प्राचार्य प्रोफेसर जेपी पांडेय के निर्देशन तथा विभागाध्यक्ष डॉ. राजीव रंजन के नेतृत्व में लखनऊ स्थित सीमैप सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिसिनल प्लांट्स तथा बीएसआईपी बीरबल साहनी इंस्टीट्यूट ऑफ पेलियोसाइंसेज भ्रमण पर गया। इस दौरान विद्यार्थियों ने औषधीय एवं सुगंधित पौधों के साथ-साथ विभिन्न प्रकार के पादप जीवाश्मों का गहन अध्ययन किया।
डॉ. राजीव रंजन ने बताया कि 18 अगस्त को शैक्षणिक भ्रमण पर पहुंचे छात्र-छात्राओं को बीएसआईपी के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. संजय सिंह ने सेडीमेंट्री रॉक्स अवसादी चट्टानों के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि पादप जीवाश्म प्रायः इन्हीं चट्टानों में दबे हुए पाए जाते हैं। उन्होंने जीवाश्म पौधों के विभिन्न प्रकारों और भूवैज्ञानिक समय के आधार पर मिलने वाले जीवाश्मों की भी जानकारी दी। इसके पश्चात वैज्ञानिक डॉ. हुकुम सिंह ने एम्बर जीवाश्मों के बारे में विद्यार्थियों को विस्तार से बताया और उन्हें एम्बर जीवाश्मों के कुछ दुर्लभ नमूने भी दिखाए। इसी क्रम में छात्र-छात्राओं ने कार्बन डेटिंग तकनीक तथा स्कैनिंग इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोप यूनिट का भी अवलोकन किया। पूर्व वैज्ञानिक डॉ. महेश प्रसाद ने जिम्नोस्पर्म पौधों के जीवाश्म नमूने दिखाकर इनसे संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। बीएसआईपी के निदेशक डॉ. महेश जी ठक्कर ने छात्र-छात्राओं को भविष्य में जीवाश्मों के अध्ययन व शोध के लिए प्रेरित किया।
सीमैप में समझौता ज्ञापन एमओयू के तहत विद्यार्थियों को वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. रमेश जी के शोध छात्र रवि वर्मा ने मानव उद्यान तथा उसमें विकसित पौधों के औषधीय एवं सुगंधित गुणों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने विभिन्न प्रकार के आसवन यंत्रों द्वारा सुगंधित तेलों के निष्कर्षण की कार्यविधि का भी प्रत्यक्ष प्रदर्शन किया। तत्पश्चात डॉ. रमेश ने औषधीय एवं सुगंधित पौधों की खेती की तकनीक पर एक व्याख्यान प्रस्तुत किया।
शैक्षणिक भ्रमण से छात्रों को पौधों, पादप जीवाश्मों और आधुनिक वैज्ञानिक तकनीकों के बारे में महत्वपूर्ण एवं उपयोगी जानकारी प्राप्त हुई। अंत में विभागाध्यक्ष डॉ. राजीव रंजन ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। भ्रमण में वनस्पति विज्ञान विभाग के सहयोगी प्राध्यापक डॉ. मो. अकमल, डॉ. शिव महेंद्र सिंह, श्रवण कुमार व राहुल यादव उपस्थित रहे।
भ्रमण कर वापस लौटे महाविद्यालय पहुंचे छात्र-छात्राओं ने खुशी का इजहार करते हुए बताया कि इस भ्रमण से उन्हें काफी कुछ नया सीखने और देखने को मिला। ऐसा शैक्षणिक भ्रमण भविष्य में भी होते रहना चाहिए। छात्र-छात्राओं ने इसके लिए महाविद्यालय प्रबंधन, महाविद्यालय प्राचार्य, वनस्पति विज्ञान विभागाध्यक्ष तथा सहयोगी प्राध्यापकों का आभार जताया।
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