
पूर्वी चंपारण : भारत-नेपाल सीमा पर स्थित रक्सौल-वीरगंज मैत्री पुल पर नेपाल के सशस्त्र पुलिस बल (एपीएफ) के जवानों ने एक यात्री को बेरहमी से पीटकर घायल कर दिया।
मिली जानकारी के अनुसार, पीड़ित यात्री नेपाल के वीरगंज से भारत की ओर आ रहा था और रक्सौल स्टेशन से सत्याग्रह एक्सप्रेस पकड़ने वाला था। इसी दौरान मैत्री पुल पर जांच के दौरान एपीएफ के एक जवान ने यात्री से बदसलूकी की। जब यात्री ने इसका विरोध किया तो जवान आग-बबूला हो गया और उसे डंडे से पीटना शुरू कर दिया।
पिटाई इतनी बेरहमी से की गई कि यात्री का पैर टूट गया और वह गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना के बाद स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश फैल गया। लोग मौके पर जुट गए और एपीएफ जवानों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने लगे। आरोप लगाया गया कि नेपाल एपीएफ द्वारा अक्सर जांच के नाम पर यात्रियों से दुर्व्यवहार किया जाता है। यहां तक कि कई बार महिलाओं के साथ भी अभद्र व्यवहार की घटनाएं हो चुकी हैं।
स्थानीय नागरिको ने बताया कि “मैत्री पुल पर यह कोई नई बात नहीं है। आए दिन यात्री परेशान किए जाते हैं। आज तो हद हो गई, यात्री का पैर ही तोड़ दिया गया। इस पूरी घटना का वीडियो भी किसी यात्री ने बना लिया और सोशल मीडिया पर डाल दिया। वीडियो वायरल होते ही लोगों में आक्रोश और बढ़ गया। सोशल मीडिया पर लोग एपीएफ की कार्रवाई की निंदा कर रहे हैं और पीड़ित यात्री को न्याय दिलाने की मांग कर रहे हैं।
इधर, घटना के बाद भारतीय सीमा क्षेत्र में भी आक्रोश का माहौल है। स्थानीय लोगों ने भारतीय दूतावास से मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने और नेपाल एपीएफ पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। फिलहाल पीड़ित यात्री की पहचान स्पष्ट नहीं हो सकी है, लेकिन घटना ने भारत-नेपाल सीमा पर यात्रियों की सुरक्षा और मानवाधिकारों को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।