
आज के डिजिटल जमाने में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस AI चैटबॉट्स लोगों की ज़िंदगी का अहम हिस्सा बनते जा रहे हैं। पढ़ाई, रिसर्च, ऑफिस का काम हो या फिर सिर्फ मन की बातें AI चैटबॉट हर जगह इस्तेमाल किए जा रहे हैं। Google का Gemini चैटबॉट भी इन्हीं में से एक है। लेकिन क्या आपको पता है कि आपकी Gemini से हुई बातचीत को गूगल अपने AI मॉडल्स को और स्मार्ट बनाने के लिए इस्तेमाल करता है?
जी हां, डिफॉल्ट रूप से Google आपकी चैट्स को सेव करता है और उन्हें ट्रेनिंग डेटा के तौर पर इस्तेमाल कर सकता है। मगर अच्छी बात यह है कि आप चाहें तो इसे आसानी से बंद कर सकते हैं। इससे आपकी पर्सनल चैट बिल्कुल सेफ रहेगी और कोई भी उसे ट्रेनिंग के लिए यूज़ नहीं कर पाएगा।
कैसे रोकें अपनी चैट का इस्तेमाल?
Google ने इसके लिए एक ऑप्शन दिया है जिसका नाम है Gemini Apps Activity। इसे ऑफ करने के बाद आपकी बातचीत ट्रेनिंग के लिए इस्तेमाल नहीं होगी।
डेस्कटॉप पर सेटिंग बदलने का तरीका
- सबसे पहले अपने लैपटॉप या कंप्यूटर में ब्राउज़र खोलें।
- Gemini.Google.com वेबसाइट पर जाएं और अपने गूगल अकाउंट से लॉग-इन करें।
- अब लेफ्ट साइड में दिख रहे थ्री-बार मेन्यू आइकन पर क्लिक करें।
- यहां से Settings & Help पर जाएं।
- फिर Activity वाले ऑप्शन पर क्लिक करें।
- अब आपको Gemini Activity दिखेगा, जिसे आप आसानी से ऑफ कर सकते हैं।
मोबाइल ऐप पर सेटिंग बदलने का तरीका
अपने फोन में Gemini ऐप खोलें।
ऊपर दाईं ओर बने अकाउंट ऑप्शन पर टैप करें।
अब Gemini Apps Activity पर जाएं।
यहां स्विच को ऑफ करके अपनी चैट को प्राइवेट कर दें।
पहले से सेव डेटा भी कर सकते हैं डिलीट
अगर आप चाहें तो पहले से सेव हुई चैट हिस्ट्री को भी डिलीट कर सकते हैं। हालांकि, ध्यान दें कि गूगल डेटा को डिलीट करने से पहले 72 घंटे तक सर्वर पर सेव रखता है।
साथ ही, अगर आपके पास कई Google अकाउंट हैं और आप सभी पर Gemini का इस्तेमाल करते हैं, तो यह प्रोसेस हर अकाउंट के लिए अलग-अलग करना होगा।
आने वाला अपडेट
जानकारी के मुताबिक, गूगल जल्द इस सेटिंग का नाम बदलकर Keep Activity कर सकता है। लेकिन निश्चिंत रहें, प्रोसेस वही रहेगी।
क्यों ज़रूरी है यह सेटिंग बदलना
आपकी पर्सनल और प्राइवेट बातचीत सुरक्षित रहेगी।
AI मॉडल आपकी चैट का इस्तेमाल ट्रेनिंग के लिए नहीं कर पाएंगे।
आपकी डिजिटल प्राइवेसी और भी मजबूत हो जाएगी।