
मंडी। मूसलाधार बारिश और बादल फटने की घटनाओं से मंडी जिला के उत्तरशाल, बथेरी आरंग, बागी नाला और सनोरघाटी में कई जगह काफी तबाही हुई है। लोगों के घरों में मलबा घुस गया और गाड़ियां-पशु बह जाने की सूचना है।
मूसलाधार बारिश और बादल फटने की घटनाओं से व्यापक नुकसान हुआ है। मंडी-मनाली एनएच-21 पर हनोगी जागणी मंदिर के पास मलबा गिरा है। उसी प्रकार थालौट के पास शालानाल के ऊपर बादल फटने से नाले ने रौद्र रूप ले लिया है। जिसके चलते नाले के किनारे फोरलेन निर्माण कंपनी एफकॉन का दफ्तर और अन्य भवनों में पानी घुस जाने से भारी नुक्सान हुआ है। टलन के मुहाने पर नाले में बाढ़ आने से सारा पानी टनल में घुस गया है।
इसके अलावा राष्ट्रीय राजमार्ग मंडी-मनाली 21 पर टकोली के पास भी भारी मात्रा में मलबा सड़क पर आ गया है। टकौली सब्ज़ी मंडी में भी सनोरघाटी में अचानक बादल फटने की घटना से भारी तबाही हुई है।
एपीएमसी के अध्यक्ष संजीव गुलेरिया ने बताया कि इस प्राकृतिक आपदा से न केवल क्षेत्र के आम जन-जीवन को प्रभावित किया है, बल्कि मंडी में कार्यरत सभी आढ़तियों व्यापारियों को भी भारी नुकसान उठाना पड़ा है। उन्होंने बताया कि नाले का पानी टकोली सब्जी मंडी में घुस जाने से कई दुकानों, गोदामों और सामान को क्षति पहुंची है, जिससे व्यापारियों को आर्थिक हानि का सामना करना पड़ रहा है। गुलेरिया ने सरकार और प्रशासन से आग्रह किया है कि इस आपदा से प्रभवित व्यापारियों एवं स्थानीय लोगों को यथाशीघ्र राहत और सहायता प्रदान की जाए।
इधर, रातभर हुई भारी बारिश की वजह से ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ गया है। नदी के कैचमेंट एरिया में हुई भारी तबाही की वजह से नदी के पानी में भारी मात्रा में मिट्टी और गाद शामिल हो गई है। नदी के रौद्र रूप को देखते हुए प्रशासन लोगों से नदी के आसपास न जाने की अपील की है।
मंडी जिला के उत्तरशाल और अमरगढ़ क्षेत्र के आरंग में भी भारी बारिश से तबाही होने की सूचना है। यहां पर नाले की बाढ़ से लोगों की जमीनें, पशु और गाड़ियां बह गई है। इसके अलावा उत्तरशाल के बागी नाला में भारी मात्रा में मलबा आने से कटौला के पास कटौला- माहौर को जोड़ने वाला पुल बह गया है। नदी ने अपना रास्ता बदल कर लोगों जमीनों में से बहना शुरू कर दिया है।
रविवार सुबह मंडी जिला के कुन्नू नाले में भी भारी मात्र में पानी आने से जलभराव होने लगा, जिसे जेसीबी की मदद से सुचारू किया गया। उसी प्रकार उत्तरशाल, बथेरी आरंग, बागीनाला, थलौट शाला नाला, मसोराना, टकोली, नगवाई और औट में भारी मात्रा में मलबा, पत्थर आने से एनएच-21 जगह-जगह से बाधित हो गया है। जिसे बहाल करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
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