
Delhi High Court : दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में एक डॉक्टर को अदालत की कार्यवाही में बाधा डालने के आरोप में सजा सुनाई गई। डॉक्टर ने कोर्ट रूम में चावल फेंके जिससे कार्यवाही बाधित हुई। न्यायाधीश ने इसे अनुशासनहीनता माना और आरोपी को कोर्ट उठने तक कारावास और जुर्माना लगाया। पहले भी कोर्ट रूम में चावल बिखरे मिलने की घटना सामने आई थी जिसके बाद अधिवक्ताओं में हिचकिचाहट थी।
दिल्ली में तीस हजारी स्थित विशेष न्यायाधीश की अदालत ने एक डॉक्टर पर कोर्ट की कार्यवाही में बाधा डालने के आरोप में कोर्ट उठने तक कारावास और दो हजार रुपये का जुर्माना लगाया।
आरोपी ने अदालत कक्ष में चावल फेंके, जिसे वहां मौजूद अधिवक्ताओं ने काला जादू करने की कोशिश माना। विशेष न्यायाधीश शेफाली बरनाला टंडन ने आदेश में कहा कि आरोपी की हरकत से 15 से 20 मिनट तक कार्यवाही ठप रही। न्यायाधीश ने कहा कोर्ट रूम वह स्थान है, जहां न्याय की अपेक्षा होती है। यहां अनुशासन और गरिमा बनाए रखना अनिवार्य है।
इस मामले में हेड कॉन्स्टेबल और अधिवक्ताओं ने अदालत को बताया कि आरोपी डा. चंदर विभास ने न्यायाधीश के आसन के पास फर्श पर चावल फेंके। पूछताछ में डॉक्टर ने दावा किया कि चावल उनके हाथ से गलती से गिर गए, लेकिन वह यह नहीं बता सके कि अदालत में चावल क्यों लाए थे।
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