
प्रयागराज : जमुनापार के करछना थाना क्षेत्र के वीरपुर गांव में मायके में फांसी लगाकर आत्महत्या करने वाली विवाहिता आंचल के मामले में ससुराल पक्ष की प्रताड़ना और प्रेमी की बेवफाई का सनसनीखेज खुलासा हुआ है। पुलिस को मौके से तीन पेज का सुसाइड नोट मिला है, जिसमें आंचल ने अपने दर्द और जुल्म की पूरी कहानी लिखी है। इस आधार पर करछना पुलिस ने पति और कथित प्रेमी के खिलाफ आत्महत्या के लिए विवश करने का केस दर्ज किया है। पति को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि प्रेमी फरार है।
शादी के बाद शुरू हुई प्रताड़ना
वीरपुर गांव निवासी अजय विश्वकर्मा ने 2018 में अपनी बेटी आंचल की शादी पनासा गांव के मंतू का पूरा निवासी लालता प्रसाद के बेटे योगेश विश्वकर्मा से की थी। शादी के डेढ़ साल बाद ही अजय की ट्रेन से कटकर मौत हो गई। पिता की मृत्यु के बाद आंचल को ससुराल वालों ने प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। परेशान होकर उसने भरण-पोषण के लिए कोर्ट में मुकदमा दायर किया। इसके बाद ससुराल से निकाल दिया गया और वह मायके में रहने लगी।
प्रेम जाल और धोखा
मायके में रहने के दौरान पति के मौसेरे भाई प्रवीण ने उसे प्रेमजाल में फंसा लिया। आंचल के मुताबिक, प्रवीण ने दो साल तक प्यार का ढोंग कर शारीरिक शोषण किया, दो बार गर्भपात कराया और शादी का आश्वासन दिया। लेकिन बाद में उसे छोड़ दिया। यह धोखा आंचल के लिए असहनीय साबित हुआ।
सुसाइड नोट में भावनाओं और दर्द का इजहार
सुसाइड नोट में आंचल ने लिखा तुम्हारे बिना मैं जी नहीं पाऊंगी और प्रवीण को ‘बेबो’ कहकर संबोधित किया। उसने प्रेमी से यह भी कहा कि तुम ही मेरी चिता को आग लगाना और मेरी अर्थी उठाना। नोट में उसने मां से माफी मांगते हुए लिखा कि वह उनका साथ नहीं दे सकी, बेटे की तरह उनके साथ रहना चाहती थी लेकिन हार गई। साथ ही उसने पति, ससुराल वालों और प्रेमी प्रवीण को अपने दुख और मौत का जिम्मेदार ठहराते हुए सभी को सजा दिलाने की बात कही।
आखिरी कदम और पुलिस कार्रवाई
मुकदमा वापस लेने के लिए लगातार दबाव और धमकियों के बीच बुधवार सुबह आंचल ने मायके में फांसी लगाकर जान दे दी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और सुसाइड नोट बरामद किया। इसमें ससुरालियों की प्रताड़ना और प्रेमी की दगाबाजी का विस्तृत जिक्र है। फिलहाल पुलिस ने पति योगेश को गिरफ्तार कर लिया है और प्रेमी प्रवीण की तलाश जारी है।










