
भारतीय खेल जगत ने 12 अगस्त को संसद से पारित राष्ट्रीय खेल शासन विधेयक 2025 और राष्ट्रीय डोपिंग रोधी (संशोधन) विधेयक 2025 की जमकर प्रशंसा की है। खिलाड़ियों, कोचों, खेल प्रशासकों और अन्य हितधारकों ने इसे अच्छे शासन और खिलाड़ियों के हितों की रक्षा के लिए लंबे समय से प्रतीक्षित सुधार बताया है।
बैडमिंटन स्टार लक्ष्य सेन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर इस कानून के पारित होने पर अपनी खुशी जाहिर की। उन्होंने लिखा, “भारतीय खेलों के लिए ऐतिहासिक क्षण! दोनों सदनों द्वारा पारित #SportsBill2025 शासन, पारदर्शिता और खिलाड़ी कल्याण के नए मानक स्थापित करता है। निष्पक्षता और कल्याण को खेलों का आधार बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद।”
पैरा-जेवलिन के स्टार खिलाड़ी सुमित अंतिल ने सोशल मीडिया पर लिखा, “संसद के दोनों सदनों में खेल विधेयक 2025 के पारित होने से खेल प्रशासन में पारदर्शिता और निष्पक्षता आएगी! राष्ट्रीय खेल चुनाव पैनल, आचार संहिता, सुरक्षित खेल नीति और शिकायत निवारण तंत्र यह सुनिश्चित करेंगे कि सभी हितधारकों की आवाज सुनी और सम्मानित हो।”
केंद्रीय युवा मामले और खेल व श्रम और रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने राष्ट्रीय खेल शासन विधेयक 2025 को स्वतंत्रता के बाद खेल क्षेत्र में सबसे बड़ा सुधार बताया है। पैरा-बैडमिंटन खिलाड़ी सुकांत कदम ने इस विधेयक के खेल प्रशासन को नया रूप देने के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “राष्ट्रीय खेल शासन विधेयक 2025 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पेशेवर, लेखापरीक्षित और नियम-आधारित राष्ट्रीय खेल महासंघों (NSFs) के दृष्टिकोण को साकार करता है, जो यह सुनिश्चित करता है कि निर्णय खेल के लिए हों, न कि राजनीति के लिए।”
अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के अध्यक्ष कल्याण चौबे ने कहा, “मैं केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मांडविया को चार दशकों बाद इस विधेयक को लाने के लिए बधाई देता हूं। यह भारतीय खेलों को दो प्रमुख क्षेत्रों में लाभ पहुंचाता है। पहला, यह राष्ट्रीय खेल बोर्ड के गठन को निर्धारित करता है, जिसके पास खेल संगठनों को पंजीकरण या मान्यता देने या रद्द करने का अधिकार होगा। दूसरा, अदालतों में लंबित सैकड़ों मुकदमों को खेल ट्रिब्यूनल द्वारा संबोधित किया जाएगा, जिससे अनावश्यक खर्च बचेगा और इसे खेल के विकास के लिए उपयोग किया जा सकेगा।”
उन्होंने आगे कहा, “यह कानून सुनिश्चित करेगा कि हमारे खिलाड़ी स्वच्छ रहें, खासकर जब देश एक बड़े अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजन की मेजबानी करने जा रहा है।”भारतीय डेविस कप कप्तान रोहित राजपाल ने कहा, “यह भारतीय खेलों के लिए एक जरूरी सुधार था। विवाद समाधान के कई क्षेत्रों में हम पीछे थे, जहां लगभग हर संगठन अदालत में है, जिससे कई देरी हो रही थी। यह विधेयक खेल संवर्धन और विकास के मामले में गेम-चेंजर होगा।”
इस विधेयक का एक प्रमुख पहलू सुरक्षित खेल नीति है, जो खिलाड़ी संरक्षण ढांचे, शिकायत निवारण तंत्र और विशेष रूप से महिलाओं, दिव्यांगों और नाबालिगों के लिए उत्पीड़न के खिलाफ सुरक्षा उपायों को अनिवार्य बनाती है।
दो पैरालिंपिक में तीन पदक जीत चुकीं अवनी लेखारा ने लिखा, “दोनों सदनों द्वारा पारित खेल विधेयक 2025 सुरक्षित खेल नीति और समान अवसरों के साथ महिलाओं और पैरा-एथलीटों के लिए सुरक्षा, सम्मान और प्रगति सुनिश्चित करता है। समावेशिता को वास्तविकता में बदलने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद।”
भारतीय ओलंपिक संघ की डोपिंग रोधी समिति के अध्यक्ष रोहित राजपाल ने डोपिंग रोधी (संशोधन) विधेयक पर अपने विचार रखे। उन्होंने कहा, “यह भारतीय खेलों के लिए गेम-चेंजर होगा, जो विवादों को तेजी से हल करेगा और खिलाड़ियों व खेल प्रशासन के लिए स्पष्टता लाएगा। हमें संगठनों के साथ मिलकर अधिक समावेशिता को बढ़ावा देना चाहिए। नाडा में सेवा देने के बाद, मैं डोपिंग रोधी प्रशासन की कुछ समझ लेकर आया हूं। हम वाडा के साथ काम करने के लिए उत्सुक हैं, और हमें एथलीटों की जागरूकता बढ़ाने की भी ज़रूरत है।”