
हल्द्वानी। पिछले कुछ दिनों से फेसबुक पर एक मैसेज तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया गया है कि फेसबुक और मेटा के नए नियम कल से लागू होंगे, जो यूजर्स की निजी जानकारी और तस्वीरों के उपयोग की अनुमति देंगे। संदेश में यह भी लिखा गया कि इसकी समय सीमा आज समाप्त हो जाएगी और यदि यूजर यह पोस्ट कॉपी-पेस्ट करके शेयर नहीं करेंगे, तो उन्हें अपनी जानकारी और तस्वीरों के उपयोग की अनुमति देने वाला माना जाएगा।
इस मैसेज को देखते ही कई लोगों ने बिना सत्यापन के इसे शेयर करना शुरू कर दिया, जिससे सोशल मीडिया पर अफवाह फैल गई। मामले का संज्ञान लेते हुए उत्तराखंड पुलिस ने अपने आधिकारिक फेसबुक पेज पर इस पोस्ट को फेक बताया।
पुलिस ने स्पष्ट किया कि कॉपी-पेस्ट करने से आपकी प्राइवेसी सेटिंग्स में कोई बदलाव नहीं होता। यदि किसी कंपनी की नीतियां बदलती हैं तो वह खुद आधिकारिक नोटिस जारी करती है। अफवाहों के स्क्रीनशॉट और फॉरवर्ड करने में समय बर्बाद न करें और केवल आधिकारिक स्रोतों पर भरोसा करें।
उत्तराखंड पुलिस की इस पोस्ट को अब तक 5,000 से अधिक लोगों ने लाइक किया है और 7,000 से ज्यादा बार शेयर किया गया है। पुलिस का कहना है कि इसी तरह का झूठा संदेश 2020-21 में भी वायरल हुआ था, और इसमें कोई सच्चाई नहीं है।
सीओ साइबर, सुमित पांडे ने कहा— “फेसबुक पर चल रहा यह मैसेज पूरी तरह फेक है। यूजर्स को घबराने की जरूरत नहीं है, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उनकी प्राइवेसी सुरक्षित है। फेसबुक और मेटा की ओर से कोई नई घोषणा नहीं की गई है।”