
kiren Rijiju on Rahul Gandhi : संसद का मॉनसून सत्र हंगामे के साथ चल रहा है। विपक्षी दल, विशेष रूप से इंडियन नेशनल कांग्रेस और उसकी सहयोगी पार्टियां, बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) और राहुल गांधी के‘वोट चोरी’ के मुद्दे पर सरकार के खिलाफ लगातार हंगामा कर रहे हैं। इस हंगामे के बीच केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने विपक्ष को कठोर शब्दों में नसीहत दी है और सरकार की नीयत को साफ करने का प्रयास किया है। इस दौरान उन्होंने राहुल गांधी को मूर्ख भी बोल दिया, जिससे सियासी उबाल आ गया।
विपक्षी सांसदों ने संसद भवन परिसर से चुनाव आयोग तक मार्च निकाला। उनका तर्क था कि बिहार में मतदाता सूची का पुनरीक्षण (एसआईआर) और वोटिंग में कथित ‘धांधली’ लोकतंत्र के लिए खतरनाक हैं। विपक्ष का आरोप है कि इन प्रक्रियाओं के माध्यम से सरकार वोटिंग प्रक्रिया में हेरफेर कर रही है, जिससे चुनावी प्रक्रिया प्रभावित हो रही है।
इस मार्च में कांग्रेस नेता राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, प्रियंका गांधी वाड्रा, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव समेत कई विपक्षी नेता शामिल थे। पुलिस ने इन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन विपक्षी सांसदों ने हंगामा किया और कई नेताओं को हिरासत में भी लिया गया।
किरेन रिजिजू ने राहुल गाधी को कहा- मूर्ख
बता दें कि राहुल गाधी के वोट चोरी के आरोपों पर विपक्ष द्वारा प्रदर्शन करने को केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने बेवकूफी करने जैसा काम बताया। विपक्ष के इस हंगामे और प्रदर्शन पर तीखा प्रहार करते हए उन्होंने बिना नाम लिए राहुल गांधी को मूर्ख कह दिया। उन्होंने कहा-
“एक मूर्ख की वजह से देश इतना नुकसान नहीं झेल सकता। हम अब हर जरूरी विधेयक पारित करेंगे। विपक्ष का हंगामा संसद का समय बर्बाद कर रहा है, लेकिन हम अपने काम को जारी रखेंगे।”
यह बयान राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया है, क्योंकि रिजिजू ने सीधे विपक्ष को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि उनका हंगामा देश के हित में नहीं है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि विपक्षी सांसद न तो चुनाव आयोग पर भरोसा कर रहे हैं और न ही संसद पर, बल्कि संवैधानिक संस्थाओं पर ही सवाल उठा रहे हैं।
रिजिजू ने कहा कि सरकार ने इस हंगामे के बीच तीन महत्वपूर्ण विधेयक पारित कराए हैं। इनमें राष्ट्रीय खेल प्रशासन विधेयक, 2025 और राष्ट्रीय डोपिंग रोधी संशोधन विधेयक, 2025 शामिल हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अब सरकार इन विधेयकों को लोकसभा और राज्यसभा में आगे विचार के लिए रखेगी और पारित करेगी। उनका तर्क है कि अब वह देश का समय व्यर्थ नहीं जाने देंगे और जरूरी मुद्दों पर काम करेंगे।
रिजिजू ने विपक्ष पर आरोप लगाया कि वे सुप्रीम कोर्ट, चुनाव आयोग और संसद जैसी संवैधानिक संस्थाओं में विश्वास नहीं कर रहे हैं। उनका कहना है,
“वे बार-बार इन संस्थाओं पर सवाल उठाते हैं और भारत की छवि को दुनिया में खराब करने का प्रयास करते हैं।”
रिजिजू ने विपक्ष से आग्रह किया कि वे अपने मतभेदों को भुलाकर चर्चा में भाग लें। उन्होंने कहा,
“यदि आप चर्चा में हिस्सा नहीं लेंगे, तो आप बाद में कहेंगे कि हमें बोलने नहीं दिया गया। हम आखिरी बार आपसे अपील कर रहे हैं कि आप जिम्मेदारी से काम करें।”
अब कांग्रेस पार्टी अपने सांसद व लोकसभा नेता प्रतिपक्ष को भाजपा नेता व केंद्रीय मंत्री द्वारा मूर्ख कहे जाने के खिलाफ कोई ठोस कदम उठाती है या नहीं, इस मामले में अभी तक विपक्ष की ओर से कोई भी प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। लेकिन कहा जा रहा है कि कांग्रेस केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू के खिलाफ मानहानि का दावा कर सकती है।
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