
महराजगंज : श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पवित्र पूर्णिमा के पर्व पर इटहिया पंचमुखी महादेव मंदिर परिसर में आयोजित कार्यक्रम यह श्रावणी उपाकर्म के रूप में आदि काल से मनाया जाने वाला द्विज जाति मात्र का पाप शोधक, ब्रह्म वर्चस्व स्थापित करने वाला पवित्र एवं पावन पर्व है। इसे प्रत्येक द्विज द्वारा मनाया जाता है। हमारे सनातन धर्मरक्षक ऋषियों ने मनुष्य जीवन काल में पापकार्यों या पाप फल के निवारण के रूप में श्रावणी उपाकर्म करने का निर्देश दिया है, जो प्रत्येक वर्ष श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को मनाई जाती है।
भारतीय विद्वत संस्कृत विद्यापीठ के विभागाध्यक्ष डॉ. रंगनाथ त्रिपाठी और वैदिक मंत्रों का संचालन आचार्य सदानंद तिवारी के निर्देश पर श्रावणी उपाकर्म का वैदिक अनुष्ठान ब्राह्मण आचार्य कृष्णकिशोर तिवारी, पंडित विद्यसागर मिश्र, पंडित सुभाषचंद्र उपाध्याय, पवन मिश्र, संगम दुबे, मनोज पांडेय और समस्त क्षेत्रीय ब्राह्मण गण की उपस्थिति में संपन्न हुआ।
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