
नई दिल्ली : पूर्वी दिल्ली के प्रीत विहार इलाके में पुलिस ने एक ऐसे वाहन चोर को गिरफ्तार किया है, जिसकी पहचान सुनकर हर कोई हैरान रह गया। आरोपी कोई आम अपराधी नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश पुलिस का मौजूदा कांस्टेबल है। यह कांस्टेबल दिल्ली में खड़ी मोटरसाइकिलें मास्टर चाबी से चोरी करता था, जिसके बाद वाहनों को यूपी में बेच देता था। पूर्वी जिले के प्रीत विहार थाना पुलिस टीम अपराध की रोकथाम के उद्देश्य से लगातार गश्त में लगी हुई थी। आपको बता दें कि अगस्त माह में राजधानी एन्क्लेव मार्केट में गश्त के दौरान मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने एक संदिग्ध युवक मोहसीन को रोक लिया। तलाशी में उसके पास से 2 मास्टर चाबियां मिलीं, जिनका इस्तेमाल बाइक चोरी में होता है। पूछताछ में आरोपी संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी का रिकॉर्ड चेक किया, तो पता चला कि उसका पहले भी वाहन चोरी में हाथ रहा है।
पुलिस की सख्त पूछताछ में मोहसीन ने कबूल किया कि वह प्रीत विहार इलाके में बाइक चोरी करने आया था और करीब 2 महीने पहले यहां से एक हीरो स्प्लेंडर चोरी कर चुका है। बाइक पहले से दर्ज एक ई-एफआईआर 30 मई 2025 में वांछित थी। सीसीटीवी फुटेज ने उसकी मौजूदगी की पुष्टि की।
जांच में सामने आया कि मोहसीन 2019 बैच का यूपी पुलिस कांस्टेबल है और 44 बटालियन थाना मेरठ में तैनात है। गिरफ्तारी के दिन वह छुट्टी पर था। पुलिस को उसने बताया कि जुए की लत और कर्ज के कारण वह चोरी करने लगा।
बाइक की बरामदगी और नेटवर्क का खुलासा
पुलिस रिमांड में मोहसीन ने चोरी की बाइक की बरामदगी कराई, जो उसके सहयोगी विशाल 22, निवासी मेरठ के पास से मिली। विशाल बाइक के कागजात नहीं दिखा पाया और उसने बताया कि मोहसीन से फेसबुक के जरिए उसका संपर्क हुआ था। उसने लगभग डेढ़ महीने पहले गंगानगर, मेरठ में पेट्रोल पंप पर यह बाइक खरीदी थी। बरामद बाइक के इंजन और चेसिस नंबर बदले गए थे, लेकिन जांच में वे केस की बाइक से मेल खा गए।
आरोपी का प्रोफाइल
27 वर्षीय मोहसीन, मूल रूप से बागपत के डोघट गांव का रहने वाला है, शादीशुदा है और जुए का आदी है। उस पर पहले से दो आपराधिक मामले दर्ज हैं। वह मोटरसाइकिलों को मास्टर चाबी से चुराता और फिर यूपी में अपने परिचितों व सोशल मीडिया के जरिए बेच देता था। चोरी के बाद इंजन और चेसिस नंबर बदलकर पुलिस की पकड़ से बचने की कोशिश करता था।
इस मामले ने न सिर्फ कानून व्यवस्था, बल्कि पुलिस महकमे की साख पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं कि वर्दी के पीछे छिपे ऐसे अपराधी कितने खतरनाक हो सकते हैं।
बुलंदशहर : पुलिस मुठभेड़ में शातिर हिस्ट्रीशीटर बदमाश घायल, तमंचा व बाइक बरामद















