
- डीएम संतोष कुमार के मार्गदर्शन में उप कृषि निदेशक संजीव कुमार ने बुना धान के खेती का ताना-बाना
- सावन खत्म होते ही शुरू हुई शनिवार से भाद्रपद मास की काली अंधियारी रात शुरू, आसमां में चमकते बिजली की रोशनी दिल दहलाने वाली है
- धान की फसल के करीब 69 दिन हुए पूरे, अश्लेषा नक्षत्र की बारिश ने भर दी पौधों में संजीवनी
महराजगंज: भाद्रपद के शुक्ल पक्ष अश्लेषा नक्षत्र की घनघोर बारिश ने धान के खेती के लिए संजीवनी साबित हुई है। जहां उतरते सावन की रिमझिम फुहारों ने तन भी भीगोया और मन भी। वहीं बारिश के पानी से धान में लगने वाले रोग-व्याधि भी धुल गए। धान पौधे हरे-भरे हो गए है। खैतो में अठखेलियां करते धान की फसल देख किसानों को ऐसा लग रहा है कि उनके मन में मयूर नाच उठा है। किसानों ने कहा कि जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा के मार्गदर्शन में उप कृषि निदेशक संजीव कुमार ने खरीफ की खेती के ऐन मौके पर किसानों का सहयोग किया है। कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाएं कारगर भी साबित हो रहा है। धान के फसल के करीब 69 दिन पूरे हो गए। खेत खलिहान पानी से तर हो गए हैं।
यहां बता दें कि अबकी खरीफ में कृषि विभाग के आंकड़े तस्दीक करते हैं कि कुल करीब 1.60 लाख हेक्टेयर में धान की खेती हुई है। यहां के होनहार किसानों ने विभिन्न प्रजातियों से लबरेज धान की खेती की। मानसून सत्र शुरू होते ही जून महीने में मानसून की बारिश ने किसानों का भरपूर साथ दिया। इसके पानी से लगभग रोपाई कार्य पूरा हो गया। लेकिन जुलाई ने धान फसल पर खूब कहर ढाया। खेतों में दरारें पड़ गई। धान की पत्तियां सूखनी शुरू हो गई। इस दौर में किसानों को संकट के दौरान से गुजरना पड़ा। सावन के महीने में सड़क पर खूब धूल उड़े। आसमान में काले बादलों ने खूब छकाया। अगस्त के शुरुआत में अचानक मौसम का मिजाज बदला और शुरू हो गई सावन की रिमझिम बरसात
अगस्त के आठ दिन में बरसा 110 एमएम पानी
सिंचाई विभाग बाढ़ कन्ट्रोल रूम के अनुसार अगस्त के आठ दिनों में 110 एमएम पानी बर्षा हूई। अगस्त शुरुआती दौर में झमाझम पानी बरसा। जबकि पिछले साल अगस्त 2024 के महीने में 136 एमएम बारिश रिकार्ड की गई थी। दैनिक भास्कर महराजगंज संवाददाता को जिला कृषि अधिकारी शैलेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि अगस्त महीने की बारिश ने फसलों के लिए संजीवनी बनी है। पानी पाकर फसलों की बढ़वार तेज हो गई है। फसलें एकौता में आनी शुरू हो गई है। बहुत जल्द ही वह रेड़ा अवस्था में पहुंच जाएगी। उन्होंने किसानों से अपील की है कि वह खेत की निराई गुड़ाई कर उसमें यूरिया खाद डालें। धान का उत्पादन दोगुना हो जाएगा।
ये भी पढ़ें:
खुल गया अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प के भारत पर गुस्से का राज, 35 मिनट की फोन कॉल है वजह !
https://bhaskardigital.com/the-secret-behind-us-president-trumps-anger-on-india-is-out-the-reason-is-a-35-minute-phone-call/
साकेत के दरबारी दहशत में : अखिलेश दुबे के सिंडिकेट को खंगालने में जुटी एसआईटी….
https://bhaskardigital.com/sakets-courtiers-in-panic-sit-busy-in-investigating-akhilesh-dubeys-syndicate/