
जालौन : तहसील अंतर्गत ग्राम औंता में नहर के पानी का अत्यधिक प्रवाह ग्रामीणों के लिए गंभीर समस्या बन गया है। नहर की क्षतिग्रस्त सीमा के कारण आसपास के क्षेत्र में जलभराव हो गया है, जिससे ग्रामीणों का खेतों तक पहुंचना कठिन हो गया है।
ग्रामीणों के अनुसार, गांव में स्थित चकमार्ग खलिहान से होकर किसान अपने खेतों तक जाते हैं। खलिहान के पास नहर की सीमाएं टूट जाने के कारण पूरा रास्ता पानी में डूब चुका है। इससे किसानों की दैनिक कृषि गतिविधियां बाधित हो रही हैं और उनके सामने आजीविका का संकट खड़ा हो गया है।
स्थानीय ग्रामीण कुलदीप सिंह, पूरन सिंह, अनिल सिंह, अमित सिंह, लीलाराम और राघवेंद्र सिंह सहित अन्य ने अधिशासी अभियंता, नहर विभाग उरई को ज्ञापन सौंपकर समस्या के शीघ्र समाधान की मांग की है।
ग्रामीणों ने बताया कि जलभराव के कारण गांव में मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है, जिससे बीमारियों और संक्रमण का खतरा बना हुआ है। साथ ही, जहरीले कीट-पतंगे और सांपों के दिखाई देने की घटनाएं भी बढ़ गई हैं, जिससे ग्रामीणों का जीवन संकट में आ गया है।
ग्रामीणों ने प्रशासन से नहर की क्षतिग्रस्त सीमा की शीघ्र मरम्मत और जल निकासी की उचित व्यवस्था कराने की मांग की है। उनका कहना है कि समय रहते समाधान नहीं हुआ तो स्थिति और भी भयावह हो सकती है।
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