
जालौन : कुठौंद थाना क्षेत्र में गुरुवार देर रात एक पीआरवी पुलिस टीम पर हमले का मामला सामने आया है। एक घरेलू विवाद की सूचना मिलने पर पीआरवी टीम मौके पर पहुंची थी। लेकिन इससे पहले कि टीम के पुलिसकर्मी कुछ समझ पाते, दबंगों ने परिवार सहित टीम पर हमला कर दिया। आनन-फानन में पुलिसकर्मियों ने घटना की सूचना थाना पुलिस को दी, लेकिन थाना पुलिस के मौके पर पहुंचने से पहले ही दबंग वहां से भाग निकले।
मामला कुठौंद थाना क्षेत्र के शंकरपुर गांव का है। जानकारी के अनुसार, पीआरवी में तैनात कांस्टेबल अंकित पटेल, नरेंद्र कुमार तथा चालक होमगार्ड जितेंद्र तिवारी डायल 112 पीआरवी 1594 पर रात की ड्यूटी में थे। गुरुवार की रात करीब 10:23 बजे अनुज कुमार राजपूत द्वारा डायल 112 पर सूचना दी गई कि उसका भाई रामू शराब के नशे में गाली-गलौज कर रहा है। सूचना मिलते ही पुलिस टीम गांव पहुंची और कॉलर से मिलकर रामू को बाहर बुलाने के लिए कहा।
जैसे ही रामू बाहर आया, उसने मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों के साथ गाली-गलौज शुरू कर दी। इसी बीच उसका दूसरा भाई श्यामू भी वहां पहुंच गया। कुछ ही पलों में स्थिति बेकाबू हो गई और रामू, श्यामू, उनकी मां गायत्री देवी व दो अज्ञात महिलाओं ने मिलकर पुलिस टीम पर हमला कर दिया। हमलावरों ने पुलिसकर्मियों से मारपीट की और उनकी वर्दी तक फाड़ दी। स्थिति बिगड़ती देख पुलिसकर्मियों ने वाहन में बैठकर जान बचाई, लेकिन दबंगों ने उन्हें वाहन से निकालकर फिर मारपीट की।
मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल थाना पुलिस को सूचना दी गई, जिस पर थाना पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक आरोपी जान से मारने की धमकी देते हुए फरार हो चुके थे।
घटना के संबंध में पीआरवी कांस्टेबल ने थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। इस हमले से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है और मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है। जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी की संभावना जताई जा रही है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपियों के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने, मारपीट, जान से मारने की धमकी सहित अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।