बहराइच : टूटी सड़कों पर बढ़ा हादसों का खतरा, जिम्मेदारों की चुप्पी पर ग्रामीणों में रोष

महसी, बहराइच : योगी राज में गांवों की सड़कों का ये हाल तस्वीरें कभी झूठ नहीं बोलतीं, साफ-साफ दिखाई दे रहा है। गांव से लेकर शहर तक सड़कों का बिछ रहा जाल, क्षेत्रीय विधायक के इस दावे पर पानी फेर रहे कुछ जिम्मेदार।

खबर है बहराइच की तहसील महसी अंतर्गत ग्राम पंचायत गोलागंज नई बस्ती से, जहां पर विगत कई वर्षों से सैकड़ों की संख्या में लोग अपना-अपना घर बनाकर किसी तरह गुजर-बसर कर रहे हैं। वहीं देखा जाए तो लोगों के आने-जाने के लिए सड़क ठीक नहीं है। राहगीरों व ग्रामीणों को बरसात और बाढ़ के समय में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सड़क पर बरसात के कारण बहुत बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं, जिससे लोग मोटरसाइकिल से गिरकर चोटिल हो रहे हैं।

अगर कोई बीमार पड़ जाए तो एम्बुलेंस की भी गांव तक आने-जाने की व्यवस्था नहीं है। गांव वालों का कहना है कि दो प्रधानों के बीच विवाद के चलते सड़क नहीं बन पा रही है। हम लोग ग्राम पंचायत गोलागंज के मूल निवासी हैं, घाघरा कटान से विस्थापित हैं और इस समय ग्राम पंचायत राजा बौंडी के बंदरहा बाबा नई बस्ती में रह रहे हैं, इसलिए सड़क नहीं बन रही है।

लोगों ने जब ग्राम प्रधान प्रतिनिधि गोलागंज केशवराम यादव से सड़क बनवाने की मांग की, तो उन्होंने कहा कि यह सड़क मेरी ग्राम पंचायत में नहीं आती। अगर मैं बनवा दूंगा, तो इसका पैसा बौंडी प्रधान के द्वारा निकाल लिया जाएगा और हमें इस कार्य का भुगतान नहीं मिलेगा।

इसको लेकर एक वर्ष पूर्व बौंडी प्रधान प्रतिनिधि विवेक सिंह द्वारा मिट्टी पटाई का कार्य करवाया गया था। उन्होंने यह भी कहा था कि मिट्टी मजबूत हो जाने के बाद इंटरलॉकिंग का कार्य करवाया जाएगा, लेकिन एक वर्ष से अधिक समय बीत गया, फिर भी सड़क ठीक नहीं हो पाई।

इस संबंध में जब ग्राम पंचायत सचिव दीनानाथ मिश्र से बात करने की कोशिश की गई तो उनका फोन नेटवर्क क्षेत्र से बाहर बताया गया। इसके बाद जब खंड विकास अधिकारी फखरपुर अजय कुमार सिंह से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि सूचना मिली है, दिखवाता हूँ।

स्थानीय लोगों मिश्री लाल, गुलाब कश्यप, बनवारी लाल, जगलाल, बुद्धि कश्यप, कमल, दीपक, रामसेवक, रामकुमार, बसंतलाल आदि का कहना है कि अभी समय है, अगर समय रहते कार्य नहीं हुआ, तो भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।

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