
महराजगंज: सिसवा बाजार थाना क्षेत्र अंतर्गत मीराबाई नगर निवासी मानसी की हत्या के मामले में पुलिस सिर्फ हवा में तीर चला रही है। यह पुलिस की सक्रियता को कटघरे में खड़ा करता है कि घटना के 120 घंटे बाद भी न तो हत्यारोपी की गिरफ्तारी हो सकी है, और न ही पुलिस कोई ठोस सुराग ढूंढ़ने में कामयाब हुई है।
इससे पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं। शहर से लेकर गांव की चौपालों तक यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है।
मानसी के पिता द्वारा दर्ज कराई गई प्राथमिकी के अनुसार, उनकी पुत्री मानसी की शादी 20 फरवरी 2025 को रवि जायसवाल से हुई थी। शादी के बाद से ही कार की मांग को लेकर उसका उत्पीड़न शुरू हो गया था। पीड़िता के पिता ने एफआईआर संख्या 246/2025 में बताया है कि 1 अगस्त 2025 को दहेज में कार न मिलने के कारण मानसी की हत्या कर दी गई।
इस जघन्य वारदात में पति रवि जायसवाल, सास मीना देवी, ननद वर्षा और वर्षा के पति कन्हैया को नामजद किया गया है। मामला भारतीय न्याय संहिता की धारा 80(2), 85 तथा दहेज प्रतिषेध अधिनियम की धारा 3/4 के तहत दर्ज किया गया है, जिसकी विवेचना क्षेत्राधिकारी निचलौल द्वारा की जा रही है।
पीड़ित परिवार का आरोप है कि आरोपी न केवल खुलेआम घूम रहे हैं, बल्कि उन्हें और उनके गवाहों को अलग-अलग माध्यमों से धमकाया भी जा रहा है। परिजनों का कहना है कि आरोपी कन्हैया द्वारा खुले तौर पर कहा जा रहा है कि उसका भाई सब-इंस्पेक्टर है, और उसने विवेचना अधिकारी से बात करके खुद व अपनी पत्नी का नाम हटवाने तथा धाराएं कमजोर करवाने की व्यवस्था कर ली है।
पीड़ित परिजनों ने इस मामले में तत्काल कार्रवाई की मांग करते हुए कहा है कि यदि समय रहते आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई, तो वे आंदोलन के लिए मजबूर होंगे। क्षेत्रीय जनता में भी इस घटना को लेकर भारी रोष व्याप्त है।
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