
बहराइच : शहर के मोहल्ला बशीरगंज निवासी कृष्ण शंकर प्रसाद उर्फ गोपाल गुप्ता पिछले कई सालों से गेहूं के डंठल से मनमोहक कलाकृतियाँ बना रहे हैं। बचपन में घर व आस-पास की निष्प्रयोज्य सामग्री से कुछ रचनात्मक वस्तुएँ बनाकर कमरे की सजावट के तौर पर सजाने का शौक कब एक जुनून में तब्दील हो गया, शायद यह बात उन्हें स्वयं भी नहीं मालूम।
एक जनपद-एक उत्पाद योजना अंतर्गत गेहूं के डंठल से निर्मित कलाकृति के शामिल होते ही श्री गुप्ता को जहां एक ओर कार्य करने के लिए प्रोत्साहन मिला, वहीं निर्मित कलाकृति की बिक्री से होने वाली आय ने परिवार को भी सहारा दिया।
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत यूनिक स्वयं सहायता समूह के गठन के पश्चात श्री गुप्ता ने वर्षों की मेहनत से सहेजे गए इस हुनर को दूसरों तक पहुंचाने का कार्य प्रारंभ कर दिया। श्री गुप्ता की सबसे बड़ी उपलब्धि यह रही कि उन्होंने जिला कारागार में निरूद्ध महिला एवं पुरुष बंदियों को सुधार कार्यक्रम के अंतर्गत गेहूं के डंठल से कलाकृति बनाने का प्रशिक्षण प्रदान कर लगभग 40 बंदियों को न सिर्फ हुनरमंद बनाया बल्कि उनसे कलाकृतियाँ भी बनवायी जा रही हैं।
श्री गुप्ता द्वारा गठित स्वयं सहायता समूह निरंतर महिलाओं को गेहूं के डंठल से कलाकृति बनाने का प्रशिक्षण प्रदान कर उन्हें स्वावलंबी बना रहा है। साथ ही उन्हें कार्य का अवसर प्रदान कर जीविकोपार्जन में सहायता भी दी जा रही है।
उल्लेखनीय है कि श्री गुप्ता द्वारा गेहूं के डंठल से निर्मित कलाकृतियों की सराहना देश की राष्ट्रपति, प्रदेश की राज्यपाल व मुख्यमंत्री द्वारा भी की गई है। इसके अलावा, राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष, प्रदेश के पुलिस महानिदेशक, आयुक्त, डीआईजी एवं अन्य अधिकारियों की ओर से भी श्री गुप्ता को प्रोत्साहित किया गया है।
श्री गुप्ता के प्रयास से आकांक्षात्मक जनपद बहराइच के युवक-युवतियाँ कलाकृति का हुनर सीखकर न सिर्फ अपने पैरों पर खड़े हो रहे हैं, बल्कि अपने लिए जीविकोपार्जन की राह भी आसान कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘मेक इन इंडिया’ व हस्तशिल्प को बढ़ावा देने के विज़न में यह कार्य अपनी सार्थकता साबित कर रहा है।
उल्लेखनीय है कि कपूरथला स्थित नवनिर्मित ऑडिटोरियम परिसर में सम्पूर्णता सम्मान समारोह अंतर्गत 02 से 06 अगस्त तक सजाई गई आकांक्षा हाट के अवलोकन के दौरान जिले के जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों द्वारा भी गेहूं के डंठल से निर्मित कलाकृतियों को सराहा गया।
इस अवसर पर जिलाधिकारी अक्षय त्रिपाठी ने जनपदवासियों से अपील की है कि अधिक से अधिक संख्या में आकांक्षा हाट में आकर विभिन्न स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार किए गए उत्पादों एवं कलाकृतियों की खरीदारी कर स्थानीय समूहों का उत्साहवर्धन करें।
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