लखीमपुर खीरी : प्रशासनिक बैठक में शामिल होने आए पत्रकार की साइकिल चोरी

  • प्रशासनिक बैठक में शामिल होने आए पत्रकार की साइकिल चोरी, एक माह पूर्ण, पुलिस कार्यवाही शून्य
  • पत्रकार ने जताई साजिश की आशंका, धरना देने की चेतावनी
  • “मेरी साइकिल नहीं, मेरी आवाज़ और गति छीनी गई है,” बोले पत्रकार महेश पटवारी

गोला गोकर्णनाथ, लखीमपुर खीरी। जनपद लखीमपुर खीरी के तहसील क्षेत्र गोला गोकर्णनाथ निवासी वरिष्ठ पत्रकार महेश पटवारी एक महीने से मानसिक पीड़ा और प्रशासनिक उपेक्षा का सामना कर रहे हैं। यह घटना 2 जुलाई 2025 की है, जब सावन माह की तैयारियों को लेकर नगर में अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई थी। पत्रकार महेश पटवारी को भी इस बैठक में आमंत्रित किया गया था। लेकिन बैठक के बाद जब वह बाहर निकले, तो देखा कि उनकी साइकिल घटनास्थल से गायब है।

पत्रकार ने उसी दिन गोला गोकर्णनाथ कोतवाली में लिखित तहरीर देकर अपनी समस्या से पुलिस को अवगत कराया था। अब पूरे एक माह बीत चुके हैं, किंतु अब तक न तो साइकिल बरामद हुई है, न ही मामले में कोई कार्रवाई शुरू की गई है।

पुलिस की निष्क्रियता से आहत पत्रकार ने उठाए गंभीर सवाल

महेश पटवारी का कहना है कि यह केवल एक साधारण चोरी नहीं है, बल्कि एक पत्रकार की स्वतंत्रता, उसकी गति और उसके कार्य की बाधा है। उनका यह भी आरोप है कि हो सकता है यह सुनियोजित साजिश हो जिससे उनकी निष्पक्ष पत्रकारिता को बाधित किया जा सके।

उन्होंने कहा, “मैं अपनी साइकिल से तेजी से घटनास्थलों पर पहुंचकर खबरें संकलित करता था। आज एक महीना हो गया और पुलिस न तो साइकिल तलाश सकी, न ही किसी संदिग्ध से पूछताछ हुई। ऐसे में यह सवाल उठना लाज़िमी है कि क्या मेरी पत्रकारिता को रोकने की कोशिश हो रही है?”

एक माह की चुप्पी बन गई व्यवस्था पर सवाल

एक माह की समयावधि बीत जाने के बाद भी पुलिस की ओर से किसी प्रकार की प्राथमिक जांच, संदिग्धों की पहचान या CCTV फुटेज की जांच तक न किया जाना, स्थानीय प्रशासन की संवेदनहीनता को दर्शाता है।

पत्रकार ने कहा, “जब एक पत्रकार की शिकायत पर भी पुलिस इस प्रकार आंख मूंद सकती है, तो आमजन का क्या होगा? मेरी साइकिल नहीं मिली, लेकिन साथ ही मुझे यह भी एहसास हुआ कि सिस्टम में आम आदमी की आवाज़ कितनी कमजोर हो गई है।”

धरना प्रदर्शन की चेतावनी

आहत पत्रकार महेश पटवारी ने शासन-प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप की मांग करते हुए चेतावनी दी है कि यदि आगामी दिनों में भी साइकिल बरामद नहीं की गई और कोई ठोस कार्यवाही प्रारंभ नहीं हुई, तो वे सदर चौराहे पर धरना प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे।

फिलहाल गोला पुलिस की लंबी उदासीनता के बाद मामले से संबंधित उच्च अधिकारियों को सोशल मीडिया एक्स पर जानकारी दे दी गई है।

यह भी पढ़े : काशी में पीएम मोदी ने क्यों लिया तमिलनाडु के 1000 साल पुराने मंदिर नाम? जानिए वजह

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें

तारा – वीर ने सोशल मीडिया पर लुटाया प्यार थाईलैंड – कंबोडिया सीमा विवाद फिर भडका तेजस्वी के खिलाफ बोल रहे थे विजय सिन्हा, तभी दे दिया जवाब ‘मारो मुझे मारो… दम है तो मारो लाठी…’ पेट्रोल पंप पर महिला का हाई वोल्टेज ड्रामा, वीडियो वायरल