
नई दिल्ली : भारतीय फुटबॉल को लेकर शुक्रवार को ऐतिहासिक क्षण आया, जब खालिद जमील को भारतीय राष्ट्रीय पुरुष फुटबॉल टीम का मुख्य कोच नियुक्त किया गया। यह नियुक्ति इसलिए खास है क्योंकि पिछले 13 वर्षों में यह पहली बार है जब किसी भारतीय को यह प्रतिष्ठित जिम्मेदारी सौंपी गई है।
खालिद जमील, जो एक पूर्व मिडफील्डर रह चुके हैं, भारतीय फुटबॉल के अनुभवी और रणनीतिकार कोच माने जाते हैं। उन्होंने इंडियन सुपर लीग ISL और आई-लीग में अपने कोचिंग अनुभव से कई टीमों को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। उनकी कोचिंग में एआईज़ॉल एफसी को 2016-17 में आई-लीग चैंपियन बनाने का ऐतिहासिक कीर्तिमान भी जुड़ा हुआ है, जो एक उत्तर-पूर्वी राज्य की पहली बड़ी जीत थी।
भारतीय खिलाड़ियों में उम्मीद की नई किरण
खालिद की नियुक्ति को लेकर फुटबॉल खिलाड़ियों और फैंस के बीच उत्साह और उम्मीद का माहौल है। भारतीय फुटबॉल कोचिंग में लंबे समय से विदेशी कोचों का बोलबाला रहा है, लेकिन अब खालिद जमील के रूप में भारतीय प्रतिभा को मौका मिला है।
AIFF ने जताया भरोसा
अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ AIFF ने खालिद जमील पर भरोसा जताते हुए कहा है कि भारतीय फुटबॉल को एक स्थानीय पहचान और भावनात्मक जुड़ाव की आवश्यकता थी, जिसे खालिद बखूबी निभा सकते हैं। महासंघ ने उम्मीद जताई है कि उनके नेतृत्व में टीम एशियन और वर्ल्ड लेवल पर बेहतर प्रदर्शन करेगी।
खालिद जमील का बयान
अपनी नियुक्ति पर प्रतिक्रिया देते हुए खालिद जमील ने कहा, यह मेरे लिए बहुत बड़े गर्व की बात है। मैं भारतीय फुटबॉल के लिए पूरी प्रतिबद्धता और मेहनत के साथ काम करूंगा। मेरा उद्देश्य सिर्फ जीत नहीं, बल्कि देश के युवाओं को फुटबॉल के प्रति प्रेरित करना भी है।
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