
हमीरपुर : जिला कारागार में हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे बंदी को हार्ट अटैक पड़ा। उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। वह कई दिनों से बीमार चल रहा था और पांच दिनों तक कानपुर हैलट में भी भर्ती रहा था।
भरुआ सुमेरपुर कस्बा निवासी हनीफ उर्फ रामी 60 को हत्या के मामले में वर्ष 2024 में कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। जिसके बाद वह जिला कारागार में निरुद्ध था। हनीफ हृदय रोग से ग्रस्त था। शनिवार सुबह उसे अचानक हार्ट अटैक आया और उसकी हालत बिगड़ गई। इस पर जेल प्रशासन उसे जिला अस्पताल लेकर गया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
जेलर के. पी. चंदीला ने बताया कि बीते 15 जुलाई को तबीयत बिगड़ने पर हनीफ को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां से हालत गंभीर होने पर उसे कानपुर रेफर किया गया था। पांच दिनों तक हनीफ हैलट अस्पताल, कानपुर में भर्ती रहा। बीते 19 जुलाई को उसे वापस जेल लाया गया था। तब से वह जेल अस्पताल में भर्ती था। शनिवार को एक बार फिर उसकी तबीयत बिगड़ी, जिसके बाद उसे आनन-फानन में जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने चेकअप के बाद मृत घोषित कर दिया।
बताया गया कि मृतक के परिजनों को घटना की सूचना दे दी गई है। मृतक कैदी के बेटे सलमान ने बताया कि पिता के खिलाफ 20 साल पहले हत्या व डकैती का मुकदमा दर्ज हुआ था। करीब आठ महीने पहले कोर्ट ने उन्हें आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। शनिवार को तहसीलदार की मौजूदगी में कोतवाली पुलिस ने पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम कराया। पोस्टमार्टम दो डॉक्टरों के पैनल ने वीडियो ग्राफी के साथ किया।
शिवलाल सोनी की हत्या में हुई थी हनीफ को सजा
कस्बे की पुरानी गोश्त मंडी के समीप 15 अक्टूबर 2006 की रात शिवलाल सोनी के घर पर डकैती डालकर उनकी हत्या करने वाले मुख्य आरोपी हनीफ उर्फ गनी की जेल में हुई मौत पर शिवलाल सोनी के परिजनों ने हर्ष जताया है।
जिले के जलालपुर के मूल निवासी शिवलाल सोनी वर्षों पूर्व कस्बे में आकर बस गए थे और ज्वेलरी बेचने के साथ गहनों की खरीद-बिक्री का कार्य करते थे। कस्बे के कपड़िया मुहाल का निवासी हनीफ उर्फ गनी अपराधिक गतिविधियों में लिप्त था और चोरी आदि का सामान शिवलाल को बेचता था। हनीफ को शक था कि शिवलाल के पास काफी मात्रा में सोना और चांदी है। उसने यह बात अपने साथियों को बताई और शिवलाल को अधिक लूट का माल बेचने का झांसा देकर रात में दरवाजा खुलवाकर घटना को अंजाम दिया। यह बात उसने खुलासे के दौरान पुलिस के सामने कबूल की थी।
पुलिस ने हनीफ को मुख्य अभियुक्त मानते हुए अन्य साथियों को माल समेत गिरफ्तार कर घटना का खुलासा किया था। न्यायालय ने 18 वर्ष बाद वर्ष 2024 में हनीफ सहित उसके साथियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। हनीफ के खिलाफ अन्य जनपदों में भी हत्या, लूट आदि के कई मुकदमे दर्ज थे।
जेल में मौत की खबर मिलते ही शिवलाल सोनी के परिजनों ने हर्ष जताते हुए कहा कि ईश्वर ने अब सही न्याय किया है।
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