
दिल्ली: शाहदरा जिला के सीमापुरी इलाके की बांग्ला बस्ती में पैसे लेन-देन का मामूली विवाद खून-खराबे में बदल गया। दुकान चलाने वाले 22 वर्षीय युवक नफीज की चाकू घोंपकर हत्या कर दी गई पुलिस ने हत्या के आरोप में एक ही परिवार के पांच लोगों को गिरफ्तार किया है।
डीसीपी प्रशांत गौतम के मुताबिक घटना की सूचना थाना सीमापुरी को शनिवार तड़के 12:14 बजे मिली. पुलिस मौके पर पहुंची तो पता चला कि घायल नफीज को पहले ही जीटीबी अस्पताल ले जाया गया था, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
शिकायतकर्ता मुजफ्फर (23), जो मृतक का बहनोई है, ने बताया कि नफीज सीमापुरी में अपनी एक अस्थायी दुकान चलाता था। आरोप है कि दुकान पर लेन-देन को लेकर पड़ोसी परिवार से उसका अक्सर विवाद होता रहता था।
शुक्रवार रात भी इसी बात को लेकर कहासुनी हुई, जो देखते ही देखते हिंसक झगड़े में बदल गई।
इसी दौरान पड़ोसी शेख इस्लाम (27) ने नफीज पर स्क्रूड्राइवर जैसे नुकीले औजार से पेट के बाईं ओर हमला कर दिया। गंभीर चोट लगने से नफीज की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने घटना के बाद आरोपी परिवार के पांच सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों की पहचान शेख इस्लाम (27), सोहेल (20, भाई), नजरुल उर्फ नादेम (43, मृतक का जीजा), सलमा बेगम (55, मां) और मामुनी (32, बहन) के रूप में हुई है।
थाना सीमापुरी में हत्या की धारा के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस का कहना है कि हत्या में प्रयुक्त औजार की बरामदगी और घटनास्थल की फॉरेंसिक जांच जारी है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
घटना के बाद सीमापुरी इलाके में तनाव फैल गया, हालांकि पुलिस की तैनाती से स्थिति नियंत्रण में है। अधिकारी यह भी जांच कर रहे हैं कि विवाद कितने समय से चल रहा था और क्या यह हमला पूर्व नियोजित था। यह अचानक हत्या को अंजाम दिया गया। इस घटना के बाद मृतक के परिवार में मातम का माहौल है. परिवार के सदस्यों का रो-रो कर बुरा हाल है।
ये भी पढ़ें:
विश्व नेताओं में मोदी का डंका, अप्रूवल रेटिंग में सबको पीछे छोड़ा….जानिए अन्य नेताओं की रैंकिंग
https://bhaskardigital.com/modis-dominance-among-world-leaders-left-everyone-behind-in-approval-rating-know-the-ranking-of-other-leaders/
नौकरी और जिम्मेदारी दोनों साथ, सरकारी कर्मचारी ले सकेंगे माता-पिता की देखभाल के लिए छुट्टी
https://bhaskardigital.com/government-employees-can-take-leave-to-take-care-of-their-parents-with-both-job-and-responsibility/