
उत्तराखंड : उत्तराखंड में गाहे बगाहे पुलिसकर्मियों पर तरह तरह के आरोप लगते रहे है ताजा मामला जनपद रुद्रप्रयाग के थाना अगस्तमुनि का आया जहाँ पर एक उपनिरीक्षक ने अपने ही महकमे के सिपाही के ख़िलाफ़ मुकदमा दर्ज करवाया है मुकदमे की कार्यवाही से पहले आरोपी सिपाही के बारे जानकारी जो जानकारी निकल कर आई है वह बेहद चौकाने वाला है गौरतलब है कि थाना सहसपुर देहरादून में कॉल गर्ल प्रकरण में संलिप्तता सामने आने के बाद सिपाही महेंद्र का चमोली जनपद में ट्रांसफर किया गया , चमोली जनपद में आरोपी सिपाही के ऊपर चरस तस्करों के साथ मिलीभगत का आरोप लगा लेकिन आरोपी सिपाही ने अपने यूपी में वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी रिश्तेदार का फायदा उठाकर सिर्फ सस्पेंड हुआ जिसके बाद इसका ट्रांसफर रुद्रप्रयाग किया गया । रुद्रप्रयाग ट्रांसफर पर आने के बाद महेंद्र सिपाही ने एक बार फिर पुलिस विभाग का नाम ख़राब किया है इस बार महेंद्र सिपाही ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दौरान अवैध शराब तस्करी को पकड़ने गई थाना अगस्त मुनि के अपर उपनिरीक्षक जावेद अली की टीम ने जब अवैध शराब को पकड़ा तो आरोपी सिपाही महेंद्र ने अपनी गाड़ी पुलिस की गाड़ी के आगे लगाकर अवैध शराब परिवहन कर रही गाड़ी को छुड़ाने लगा । सिपाही की पूरी करतूत को पुलिस ने ही अपने कैमरे में कैद कर लिया मामला कप्तान तक पहुंचा जिसके बाद पहले तो केवल आरोपी सिपाही को संस्पेंड किया गया लेकिन बाद में जब मामले ने तूल पकड़ा तो पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया । पूरी घटना के बाद पुलिस महकमे में आरोपी सिपाही को अब तक बचाने में यूपी के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी रिश्तेदार का नाम सामने आ रहा है ।