
PM Modi in Maldives : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी मालदीव यात्रा के तहत, राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जु के निमंत्रण पर, राजधानी माले पहुंचे हैं। इस दो दिवसीय दौरे के दौरान, माले में प्रधानमंत्री का भव्य स्वागत 21 तोपों की सलामी के साथ किया गया।
शुक्रवार को पीएम मोदी अपने इस खास यात्रा पर माले पहुंचे, जहां वे मालदीव के 60वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेंगे। राजधानी माले में आयोजित इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री का जोरदार स्वागत किया गया, जिसमें रंग-बिरंगे बैनर, पोस्टर और भारतीय झंडे से सजी सड़कें शामिल हैं।
खास तौर पर, रिपब्लिक स्क्वायर और अन्य प्रमुख चौराहों पर और माले अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के मार्ग पर भारतीय झंडे लगाए गए हैं। साथ ही, मालदीव के रक्षा मंत्रालय की इमारत पर भी प्रधानमंत्री मोदी की विशाल तस्वीर लगाई गई है, जिससे उनके सम्मान में एक खास संदेश प्रकट हो रहा है।
यह मोदी की मालदीव की तीसरी आधिकारिक यात्रा है। इसके साथ ही, मोहम्मद मुइज्जु के राष्ट्रपति बनने के बाद, मोदी पहले विदेशी नेता हैं जिन्होंने मालदीव का आधिकारिक दौरा किया है।
हालांकि, भारत और मालदीव के बीच संबंधों में हाल के समय में तनाव की खबरें रही हैं, लेकिन मोदी का इस तरह से गर्मजोशी से स्वागत, चीन को चिंतित कर सकता है। दरअसल, चीन मालदीव में अपना प्रभाव बढ़ाने का प्रयास कर रहा है, जबकि पिछले दो वर्षों में, मोहम्मद मुइज्जु ने भारत के ‘भारत प्रथम’ सिद्धांत का विरोध कर, मालदीव में अपनी स्थिति मजबूत की थी। 2023 में, मुइज्जु ने अपनी सरकार के दौरान चीन का रुख अपनाते हुए, बीजिंग की यात्रा की और दोनों देशों के बीच गैर-घातक हथियारों का समझौता हुआ, साथ ही मालदीव के सैनिकों को प्रशिक्षण देने का प्रस्ताव भी आया।
अब दो साल बाद, भारत और मालदीव के संबंध फिर से मजबूत हो रहे हैं, जिससे चीन का हिंद महासागर में अपना प्रभाव फैलाने का प्रयास कमजोर पड़ता दिख रहा है।
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