
Jagdeep Dhankhar Resignation : पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने इस सप्ताह के सोमवार को स्वास्थ्य संबंधी कारणों का हवाला देते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपना इस्तीफा सौंप दिया। उन्होंने अपने पद से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा देने का निर्णय लिया, जिसने सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों को हैरान कर दिया।
धनखड़ ने अपने अचानक लिए गए इस कदम के पीछे स्वास्थ्य समस्याओं का उल्लेख किया है और अपनी इच्छा व्यक्त की कि वह तुरंत ही अपने पद से हट जाएं। इस घटनाक्रम ने राजनीतिक माहौल में हलचल मचा दी है।
इस बीच विपक्षी दलों ने पूर्व उपराष्ट्रपति को अपने सम्मान में फेयरवेल डिनर के लिए आमंत्रित किया है। यह निमंत्रण, उनके अप्रत्याशित इस्तीफे के कुछ ही दिनों बाद, विपक्ष की ओर से दिया गया है, ताकि उन्हें सम्मानपूर्वक विदाई दी जा सके।
संसद का मानसून सत्र भी इसी समय चल रहा है, जिसकी शुरुआत 21 जुलाई, 2025 को ही हुई थी। उस दिन, धनखड़ ने राज्यसभा के सभापति के रूप में हिस्सा लिया था, लेकिन अचानक ही उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा देने का फैसला किया।
विपक्षी दलों ने इस अचानक हुई घटना पर तीव्र प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने आरोप लगाया कि 74 वर्षीय धनखड़ को अपने कार्यकाल के अंत में भी राज्यसभा में विदाई भाषण का अवसर नहीं दिया गया। इस मुद्दे को और गंभीरता से लेने के लिए, विपक्ष ने एक विशेष फेयरवेल डिनर का आयोजन किया है, जिसमें उन्हें औपचारिक रूप से विदाई दी जाएगी।
वहीं, शुक्रवार (25 जुलाई, 2025) को भारतीय चुनाव आयोग ने राज्यसभा के महासचिव पीसी मोदी को उपराष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए रिटर्निंग ऑफिसर (RO) नियुक्त किया है, ताकि आगामी चुनाव की प्रक्रिया शुरू की जा सके।
यह भी पढ़े : झालावाड़ स्कूल हादसा : नई छत डलवाने के लिए शिक्षकों ने बच्चों से मांगे थे दो-दो सौ रुपये