
जौनपुर। कागजों पर बनी सड़क मौके से नदारद का मतलब है कि योजना या नक्शे में तो सड़क दिखाई दे रही है, लेकिन वास्तव में वह सड़क मौजूद नहीं है। इसे ‘पेपर रोड’ या ‘कागजी सड़क’ भी कहा जाता है।
जिले के मुंगरा बादशाहपुर विधानसभा के सुजानगंज ब्लाक के शिवरिहा सम्पर्क का लोक निर्माण विभाग की तरफ से कागजो में ही सड़क बनाकर 26.58 लाख रु का भुगतान कर दिया गया। जबकि मौके पर कुछ भी नहीं है।

आपको बता दे कि सुजानगंज ब्लाक के शिवरिहा सम्पर्क मार्ग का 2023-24 में 2300 मीटर शिवरिहा सम्पर्क मार्ग बनवाने के लिए मुंगराबादशाहपुर विधायक पंकज पटेल ने अपने निधि से 26. 58 लाख रुपए का स्वीकृति कराया था। जिसके बाद विभाग ने सड़क तो नहीं बनाया लेकिन 26. 58 लाख रुपए का भुगतान कर दिया।
ग्रामीणों का कहना है कि 2013 के बाद से यह सड़क आज तक कभी नहीं बनी है। सड़क न होने वजह से गांव के बुजुर्गो व स्कूली बच्चों क़ो परेशानी होती हैं। सड़क खराब होने की वजह से बच्चों को लेने के लिए स्कूल बस भी अब नहीं आती इसके वजह से बच्चों को स्कूल जाने में सबसे ज्यादा परेशानी होती है।

वहीं, बारिश के दिनों में सड़कों पर गड्ढे की वजह से कई लोग दुर्घटनाग्रस्त भी हो चुके हैं। खराब सड़क क़ो लेकर शिकायत ग्रामीणों मुंगराबादशाहपुर के विधायक की तो उन्होंने इसकी जानकारी विभाग से ली। विभाग के मिले जानकारी के अनुसार कागजों पर सड़क का निर्माण तो हो चुका था और लोक निर्माण विभाग ने ठेकेदार को 26. 58 लाख रुपए का भुगतान भी कर दिया था। विधायक ने इसके बाद उन्होंने इसके लेकर पीडब्ल्यूडी के प्रमुख सचिव व जिलाधिकारी से फोन पर बातचीत की और मामले की जांच कर कर ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई करने क़ो कहा।
मुंगराबादशाहपुर विधायक पंकज पटेल ने बताया कि शिवरिहा सम्पर्क मार्ग सड़क काफी दिनों से खराब था जिसको विशेष मरम्मत में लिखकर प्रमुख सचिव व मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था। जिसके बाद 2023- 24 में पीडब्ल्यूडी विभाग की तरफ से 2300 मीटर सड़क के निर्माण के लिए 26.58 लाख रुपए की स्वीकृति हुई थी। स्वीकृति होने के बाद भी सड़क का निर्माण आज तक नहीं हुआ। जब इसकी शिकायत ग्रामीणों ने मुझे की तो हमने मामले की जांच शुरू की और जो डाटा मेरे पास आया तो मैं देखकर हैरान हो गया।
हैरानी की बात यह थी कि कागज पर यह सड़क तो बना दिया गया। लेकिन मौके पर कोई काम आज तक नहीं हुआ था। यह सरकार जीरो ट्रालेंस की बात करती हैं। लेकिन इन्हीं की सरकार में कागजो पर सड़क बना दी गई और मौके पर सड़क नहीं हैं। पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के द्वारा किस तरह से मिलजुल एक सड़क का 26.58 लाख रुपए चट कर गए।
इस मामले की जांच कराकर दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई हो और जो ठेकेदार है उसको ब्लैक लिस्ट करते हुए उसका लाइसेंस रद्द किया जाए। जिसको लेकर में मैंने जिलाधिकारी व पीडब्ल्यूडी के प्रमुख सचिव से बात की दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
ग्रामीण विनोद यादव ने बताया कि गांव की सड़क 2013 के बाद से आज तक नहीं बनी हैं। जिसको लेकर हम सभी गांव वालों मुंगराबादशाहपुर विधायक पकंज पटेल से सड़क के मरम्मत करने को लेकर कहा था। जिसको लेकर उन्होंने अपने निधि से पैसा भी दिया और वर्ष 2023 -24 में शिवरिहा सम्पर्क मार्ग बनने की स्वीकृति तो मिल गई थी। लेकिन आज तक सड़क नहीं बनी। जिसकी शिकायत हमने विधायक से की तो विधायक ने मामले की जांच की तो पता चला कि कागजों पर गांव की सड़क बन गई है और उसका 26.58 लाख रुपए भुगतान भी कर दिया गया है।
हम सभी गांव वाले मांग करते हैं कि सरकार ठेकेदार के घर बुलडोजर चलाएं क्योंकि जिस तरह से ठेकेदार के द्वारा बिना सड़क के निर्माण के 26.58लाख रुपए का भुगतान कर लिया गया। इससे बड़ा भ्रष्टाचार क्या हो सकता है।
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