
कानपुर । सेन पश्चिम पारा पुलिस ने अंतर जनपदीय गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए दो शातिर अपराधियाें को गिरफ्तार किया है। दोनों के खिलाफ कानपुर और लखनऊ में लूट छिनौती और चोरी के 15 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। इनकी गिरफ्तारी से जिले में हुई छह घटनाओं का भी अनावरण हुआ है। दोनों शातिर लग्जरी लाइफ जीने के शौकीन थे।
पुलिस उपायुक्त दक्षिण दीपेंद्र नाथ चौधरी ने साेमवार काे प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि बीती 15 जून को विनेगर निवासी दिनेश कुमार अग्निहोत्री के घर से शातिरों ने चोरी की घटना को अंजाम देते हुए इनवर्टर, मोबाइल, लैपटॉप समेत घर का अन्य सामान पार कर दिया था। तभी से पुलिस को शातिरों की तलाश थी। रविवार देर रात सकरापुर गांव में निर्माणाधीन प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बन रहे मकान में चाेराें के छिपे होने की सूचना मिली। पुलिस ने माैके पर पहुंचकर दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
आगे उन्होंने बताया कि आरोपितों ने लूट की घटना को अंजाम देने के लिए एक बाइक खरीदी थी जो लखनऊ के आलमबाग थाने में जब्त है। इसके बाद उन्होंने एक और अन्य बाइक खरीदी जो सीसामऊ थाने में जब्त है। दोनों शातिर चोरी करने के बाद सारा सामान बेचकर लग्जरी लाइफ जिया करते थे। उन्होंने 79 हजार रुपये का एक मोबाइल भी खरीदा था, जो सीसामऊ थाने में जब्त है।
पकड़ा गया पहला शातिर चाेर अनुपम पुरवा जनपद उन्नाव का रहने वाला है। जबकि अंशु द्विवेदी सेन पश्चिम पारा कानपुर का रहने वाला है। पुलिस के लिए यह भी बड़ा सवाल था कि आखिरकार दोनों एक दूसरे के संपर्क में कैसे आए? जिस पर अनुपम ने यह बताया कि उसकी बहन की शादी अंशु के गांव में हुई थी। जिस वजह से उसका वहां आना-जाना था। इसी दौरान दोनों एक दूसरे के संपर्क में आए और फिर दोनों ने मिलकर अपराध की दुनिया में प्रवेश किया। वर्तमान में अनुपम पासी के खिलाफ कानपुर उन्नाव और लखनऊ के अलग-अलग थानों में लूट चोरी और छिनौती के 20 आपराधिक मुकदमे दर्ज है। जबकि सेन पश्चिम पारा कानपुर निवासी अंशु द्विवेदी के खिलाफ 12 मुकदमे और नौबस्ता खाने से गैंगस्टर की कार्रवाई भी की जा चुकी है। यह दोनों लखनऊ कानपुर और उन्नाव में चोरी घटनाओं को अंजाम देते थे। कानपुर में उन्होंने छह घटनाएं स्वीकार की हैं। गिरफ्तारी के दौरान उनके पास से एक लैपटॉप, 20 हजार रुपये और ईयरबड्स बरामद हुए हैं।