
लखीमपुर : लखीमपुर खीरी के बांकेगंज चौकी के नजदीक रेलवे क्रॉसिंग के पास कुकरा मार्ग पर स्थित देशी शराब की भट्टी विवाद का केंद्र बिंदु बन गई जब बीती की रात यह भट्टी न सिर्फ बीती रात समय सीमा के बाद भी शराब भट्टी खुली रही और वहां ब्लैक में शराब बेचे जाने और विरोध करने पर युवक के साथ मारपीट तक की घटना हो गई। आश्चर्य की बात यह है कि यह पूरा घटनाक्रम पुलिस चौकी से लगभग 100 मीटर की दूरी पर हुआ, लेकिन पुलिस की भूमिका पूरी तरह से निष्क्रिय बनी रही। घटना में घायल युवक कमलेश ने बताया कि वह रात लगभग 10 बजे भट्टी पर शराब खरीदने गया था। वहां ₹75 की क्वार्टर को ₹100 में बेचा जा रहा था। जब उसने इसका विरोध किया और शराब लेने से मना किया, तो भट्टी संचालक ने पहले उसे धक्का दिया और फिर मारपीट शुरू कर दी। मारपीट में युवक की उंगलियों में गंभीर चोट आई है। क्षेत्रीय लोगों के द्वारा घायल युवक का प्राथमिक उपचार कराया गया। कमलेश ने तुरंत 112 नंबर डायल कर पुलिस को सूचना दी। डायल 112 की टीम मौके पर पहुंची, लेकिन कार्रवाई के नाम पर केवल औपचारिकता निभाई गई। न आरोपी को पकड़ा गया, न कोई कड़ी कार्रवाई की गई। पुलिस ने पीड़ित को केवल चौकी जाकर रिपोर्ट दर्ज कराने की सलाह देकर अपना पल्ला झाड़ लिया।
स्थानीय नागरिकों और व्यापारियों में इस घटना को लेकर भारी आक्रोश है। लोगों का कहना है कि यह भट्टी लंबे समय से देर रात तक संचालित हो रही है और वहां अक्सर ब्लैक में शराब बेची जाती है। कई बार ग्राहकों से गाली-गलौज और मारपीट की घटनाएं भी हो चुकी हैं। यह भट्टी बांकेगंज पुलिस चौकी के अंतर्गत आती है, वह चौकी स्थल से महज़ 100 मीटर की दूरी पर स्थित है। वहां से पुलिस की नियमित गश्ती भी गुजरती है। ऐसे में यह कैसे संभव है कि देर रात तक खुली भट्टी की जानकारी पुलिस को न हो? स्थानीय लोगों का मानना है कि यह स्पष्ट संकेत है कि या तो पुलिस की मौन सहमति इस अवैध संचालन को मिली हुई है या फिर वह जानबूझकर आंखें मूंदे बैठी है। वहीं, कुछ लोगों ने आरोप लगाया है कि यह पहला मामला नहीं है। संचालक अक्सर शराब की कालाबाजारी करता है और विरोध करने पर ग्राहकों को धमकाता है। पहले भी इस भट्टी को लेकर कई बार शिकायतें हुई हैं, लेकिन हर बार मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।
इस पूरे मामले ने पुलिस और आबकारी विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यदि शराब की दुकान का संचालन नियत समय से बाहर अवैध है, तो फिर इसकी अनुमति किस आधार पर दी जा रही है? क्या स्थानीय पुलिस प्रशासन इसमें मिलीभगत रखता है?
मैलानी थाना प्रभारी बृजेश कुमार मौर्य ने बताया की शराब भट्टी खुलने का समय आबकारी विभाग के द्वारा ही बताया जा सकता है फिलहाल अगर मारपीट हुई है और ब्लैक में बेची गई है तो आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।