
न्यूयॉर्क के लॉन्ग आइलैंड स्थित नासाउ ओपन एमआरआई सेंटर में एक चौंकाने वाली दुर्घटना में 61 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई। यह हादसा उस समय हुआ जब वह व्यक्ति गलती से गले में धातु की चेन पहने हुए एक सक्रिय एमआरआई कक्ष में चला गया। चुंबकीय शक्ति ने चेन को तेज़ी से खींचा और वह व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। अगले दिन अस्पताल में उसकी मौत हो गई।
क्या था पूरा मामला?
एनबीसी न्यू यॉर्क की रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना बुधवार दोपहर घटी। बताया गया कि वह व्यक्ति स्कैन रूम में दाखिल हुआ, जबकि मशीन चालू थी। उसके गले में भारी धातु की चेन थी। यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि वह स्कैन करवाने आया मरीज था या किसी मरीज का रिश्तेदार। एक प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार, व्यक्ति को अंदर न जाने की चेतावनी दी गई थी, लेकिन उसने कथित रूप से किसी अपने की चीख सुनकर दरवाज़ा खोल दिया और भीतर चला गया।
“चेन बनी टारपीडो”
नॉर्थ शोर यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल के इमेजिंग निदेशक चार्ल्स विंटरफेल्ड के मुताबिक, “एमआरआई का चुंबकीय बल इतना शक्तिशाली होता है कि गले की चेन एक टारपीडो की तरह मशीन में खिंच जाती है, जो शरीर को गंभीर चोट पहुँचा सकती है।”
डॉक्टर पायल सूद के अनुसार, अगर चेन गले में बंधी हो, तो दम घुटना, रीढ़ की हड्डी में चोट या मस्तिष्क को नुकसान संभव है।
सरकारी निगरानी और सुरक्षा में चूक
न्यूयॉर्क राज्य स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि एमआरआई सुविधाएं नियमित निरीक्षण के दायरे में नहीं आतीं, इसलिए उनकी सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी नहीं होती। फिलहाल घटना की जांच जारी है।
क्या एमआरआई मशीनें खतरनाक होती हैं?
एमआरआई (Magnetic Resonance Imaging) मशीनें शरीर की आंतरिक संरचना की स्पष्ट तस्वीरें लेने के लिए बेहद शक्तिशाली मैग्नेट का उपयोग करती हैं। ये मैग्नेट इतना बलशाली होता है कि स्टील की छोटी से छोटी वस्तु भी तेज़ी से खिंचती है। यही कारण है कि मरीजों को स्कैन रूम में प्रवेश से पहले धातु की सभी वस्तुएं हटाने के निर्देश दिए जाते हैं।
पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं
- 2001, न्यूयॉर्क: 6 वर्षीय बच्चे की मौत, जब ऑक्सीजन सिलेंडर मशीन में खिंच गया।
- 2018, भारत: एक व्यक्ति की मौत, जब वह गलती से सिलेंडर लेकर एमआरआई कमरे में चला गया।
- 2023, कैलिफ़ोर्निया: एक नर्स बिस्तर और मशीन के बीच कुचल गई, जिससे उसे गंभीर चोटें आईं।
क्यों ज़रूरी हैं सुरक्षा उपाय?
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बायोमेडिकल इमेजिंग एंड बायोइंजीनियरिंग पहले ही यह चेतावनी दे चुका है कि एमआरआई रूम में मौजूद किसी भी धातु की वस्तु जानलेवा हो सकती है — जैसे व्हीलचेयर, सिलेंडर, या गहने।
इस हादसे ने एक बार फिर अस्पतालों में एमआरआई से जुड़े प्रोटोकॉल और सुरक्षा मानकों की अनदेखी को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सकता है, बशर्ते नियमों का कठोरता से पालन हो।
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