उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर रेलवे स्टेशन पर कांवर यात्रा के दौरान एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है. ट्रेन टिकट खरीदने को लेकर हुए मामूली विवाद ने हिंसक रूप ले लिया, जब कांवरियों के एक समूह ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के एक जवान की बेरहमी से पिटाई कर दी. इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिससे जनाक्रोश भी देखने को मिल रहा है.
घटना का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जिसमें भगवा वस्त्र धारण किए कांवरिए जवान को घेरकर लात-घूंसे मारते दिखाई दे रहे हैं. घायल जवान ब्रह्मपुत्र मेल पकड़ने के लिए स्टेशन पर आया था. इस हमले के बाद रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने तत्काल कार्रवाई करते हुए सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
टिकट खरीदने को लेकर हुआ विवाद
घटना मिर्जापुर रेलवे स्टेशन की है, जहां एक सीआरपीएफ जवान ब्रह्मपुत्र मेल पकड़ने पहुंचा था. इसी दौरान टिकट को लेकर उसका विवाद कांवरियों के एक समूह से हो गया. मामला इतना बढ़ा कि बात हाथापाई तक पहुंच गई. देखते ही देखते कांवरियों ने जवान को जमीन पर गिराकर पीटना शुरू कर दिया.
📍मिर्जापुर स्टेशन, यूपी
फौजी को सरहद पर जाने से पहले माला, फूल पहनाकर और मिठाई खिलाकर विदा करते शांति प्रिय कांवड़िये भाई । pic.twitter.com/NdZNk9bEwe
— खुरापात (@KHURAPATT) July 19, 2025
CCTV में कैद हुई पिटाई
घटना के सीसीटीवी फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि जवान को चारों तरफ से कांवरिए घेर लेते हैं और बेरहमी से उसकी पिटाई करते हैं. एक अन्य यात्री उसे बचाने की कोशिश करता है, लेकिन भीड़ के सामने उसकी कोशिश नाकाम हो जाती है. घटना की सूचना मिलते ही रेलवे सुरक्षा बल मौके पर पहुंच गया. आरपीएफ प्रभारी निरीक्षक चमन सिंह तोमर ने बताया कि जवान पर हमले के मामले में सात कांवरियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. सभी आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच जारी है. सीआरपीएफ जवान की पिटाई के मामले में सात कांवरियों को गिरफ्तार किया गया है.
कांवर यात्रा का धार्मिक महत्व
कांवर यात्रा सावन महीने में भगवान शिव के भक्तों द्वारा की जाने वाली सालाना तीर्थ यात्रा है. इसमें श्रद्धालु गंगा जल को कांवर में भरकर पैदल यात्रा करते हैं और शिवालयों में जाकर जलाभिषेक करते हैं. यह यात्रा 11 जुलाई से शुरू हुई है और 23 जुलाई तक चलेगी. घटना का वीडियो वायरल होते ही लोगों में रोष फैल गया है. कई लोगों ने श्रद्धालुओं की हिंसक प्रवृत्ति पर सवाल उठाए हैं और प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है.