
बरेली । मिनी बाईपास स्थित एक्सपोर्ट कैमिकल फैक्ट्री में काम करने वाले कर्मचारी ने संदिग्ध हालात में सल्फास खाकर जान दे दी। परिजनों को युवक रामगंगा किनारे बेसुध हालत में मिला। पास में सल्फास की पुड़िया और मोबाइल फोन पड़ा था। उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने लेनदेन को लेकर प्रताड़ना की बात कही है।
कैंट चौबारी निवासी 36 वर्षीय प्रदीप सिंह पुत्र शिशुपाल सिंह शुक्रवार सुबह सात बजे घर से फैक्ट्री के लिए निकला था। शाम साढ़े पांच बजे छुट्टी के बाद भी जब वह घर नहीं लौटा, तो परिवार में चिंता बढ़ गई। रात करीब साढ़े आठ बजे उसकी पत्नी गीता के मोबाइल पर प्रदीप के नंबर से कॉल आया। फोन पर किसी अज्ञात व्यक्ति ने हंसते हुए खुद को प्रदीप बताया। गीता को आवाज संदिग्ध लगी। उसने सवाल किया कि इतने देर तक घर क्यों नहीं आए? इसके बाद फोन कट गया।
इसके बाद परिजन खोजबीन में निकल पड़े। सुभाषनगर क्षेत्र में रामगंगा के पास सेंट एंड्रूज स्कूल के सामने प्रदीप बेसुध पड़ा मिला। पास में सल्फास की पुड़िया और मोबाइल भी पड़ा था। परिजन उसे तुरंत मिशन अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। सूचना पर सुभाषनगर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
घर में मचा कोहराम, जांच में जुटी पुलिस
प्रदीप चार भाइयों में दूसरे नंबर पर था। उसके दो छोटे बच्चे हैं—आठ साल का बेटा अनुभव और छह साल की बेटी आराध्या। उसकी मौत से परिवार में कोहराम मचा हुआ है। भाई अजय सिंह चौहान ने बताया कि प्रदीप का एक व्यक्ति से पैसों के लेनदेन को लेकर विवाद चल रहा था। वह व्यक्ति उसे लगातार मानसिक रूप से परेशान कर रहा था। आशंका है कि इसी तनाव में आकर प्रदीप ने यह कदम उठाया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।