शाहजहांपुर : सहजन वन में 25,000 सहजन के पौधों का किया गया वृहद वृक्षारोपण

शाहजहांपुर : सहजन वन में 25,000 सहजन के पौधों का किया गया वृहद वृक्षारोपण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर जिला प्रशासन द्वारा विकास खंड भावलखेड़ा की ग्राम पंचायत तुर्कीखेड़ा में अटल सहजन वन की स्थापना की जा रही है। इस अवसर पर एक पेड़ माँ के नाम तथा पेड़ लगाओ, पेड़ बचाओ महाअभियान के अंतर्गत एक साथ 25,000 सहजन के पौधों का वृहद वृक्षारोपण किया गया।

शुक्रवार को कार्यक्रम का शुभारंभ ददरौल विधायक अरविंद कुमार सिंह द्वारा, जिलाधिकारी धर्मेंद्र प्रताप सिंह एवं मुख्य विकास अधिकारी डॉ. अपराजिता सिंह के साथ फीता काटकर एवं भूमि पूजन कर किया गया। इस दौरान सहजन के पौधों का सामूहिक रूप से रोपण भी किया गया।

विधायक ददरौल अरविंद कुमार सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री की प्रेरणा से शुरू हुआ यह कार्य अत्यंत सराहनीय है। सहजन एक औषधीय गुणों से भरपूर पौधा है, जिसकी सब्ज़ी भी अत्यंत पौष्टिक होती है और लोग इसे पसंद करते हैं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री की एक जनपद-एक नदी योजना के अंतर्गत भैंसी नदी का पुनर्जीवन कराया गया है, जो पर्यावरणीय दृष्टि से बड़ी उपलब्धि है।

उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री योजना के छह महीने पूर्व ही सहजन वन की तैयारी प्रारंभ कर दी थी। विधायक ने अपील की कि विद्यालयों, पंचायत भवनों, नदी-नालों, सड़कों तथा धार्मिक एवं सार्वजनिक स्थलों पर भी वृक्षारोपण कराया जाए।

जिलाधिकारी धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने अटल सहजन वन की स्थापना में जुड़े सभी अधिकारियों एवं समाजसेवियों की सराहना की। उन्होंने कहा कि सहजन एकमात्र ऐसा पौधा है जो संपूर्ण औषधीय गुणों से भरपूर होता है। उन्होंने बताया कि अटल सहजन वन की स्थापना का मुख्य उद्देश्य जनसामान्य के व्यापक हित में पर्यावरण संरक्षण, पोषण संवर्धन तथा प्राकृतिक संसाधनों के सतत उपयोग को बढ़ावा देना है। सहजन पौधे के पोषक, औषधीय एवं बहुउपयोगी गुण ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में स्वास्थ्य और आजीविका सुधार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

यह पहल न केवल हरित क्षेत्र के विस्तार में सहायक होगी, बल्कि स्थानीय समुदायों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता को भी बल प्रदान करेगी। अटल सहजन वन आने वाली पीढ़ियों के लिए शुद्ध वायु, स्वास्थ्यवर्धक भोजन और प्राकृतिक छाया सुनिश्चित करने की दिशा में एक सार्थक कदम है। यह जनसहभागिता का सशक्त उदाहरण है, जो एक पेड़ माँ के नाम जैसे सांस्कृतिक अभियान से जोड़ते हुए आयुर्वेद की परंपरा को आगे बढ़ाएगा।

उन्होंने कहा कि सहजन पौधा कई बीमारियों के उपचार में सहायक होता है। भविष्य में जब इन पौधों से फल निकलने लगेंगे, तो उन्हें परिषदीय विद्यालयों के मध्यान्ह भोजन में उपयोग किया जाएगा। जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि वे व्यक्तिगत रूप से सभी अटल सहजन वनों का निरीक्षण करेंगे।

उन्होंने गाँव के सभी नागरिकों से अटल सहजन वन को संरक्षित रखने में सहयोग करने की अपील की। साथ ही बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि वे अपनी पढ़ाई में ध्यान दें जिससे उनका ज्ञानवर्धन हो।

कार्यक्रम में उपस्थित सभी बच्चों, महिलाओं और नागरिकों से जिलाधिकारी ने आग्रह किया कि वे अपने घरों में एक-एक पेड़ अपनी माँ के नाम से लगाएँ और उसकी देखभाल करें। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान को दोहराते हुए कहा कि “एक पेड़ माँ के नाम” लगाना और उसका पालन-पोषण करना हम सभी की जिम्मेदारी है।

कार्यक्रम में ब्लॉक प्रमुख ददरौल राजाराम वर्मा, डीसी मनरेगा यशोवर्धन सिंह, जिला उद्यान अधिकारी पुनीत कुमार पाठक, उद्यान निरीक्षक अनिल कुमार, खंड विकास अधिकारी अभिषेक अग्रवाल, ग्राम प्रधान पूनम देवी, रोजगार सेवक, संबंधित अधिकारी एवं बड़ी संख्या में समाजसेवीगण मौजूद रहे।

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