लखीमपुर खीरी : खाद मांगने पर मां-बेटे की पिटाई, अखिलेश यादव बोले- खाद मांगने पर अपमान.. भाजपा क्या आइना नहीं देखते?

लखीमपुर खीरी में एक सड़क पर बोरी खाद को लेकर प्रदर्शन कर रहे युवक पर पुलिस ने जमकर लाठियां बरसाईं। जब उसकी मां, जो बेटे को बचाने पहुंची थीं, वहां पहुंचीं, तो उन्हें भी नहीं छोड़ा गया। पुलिसकर्मी ने महिला का हाथ पकड़कर किनारे कर दिया और युवक पर लाठी चलाता रहा।

यह घटना बुधवार को हुई, और इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। बुधवार को लखीमपुर पहुंचे कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने दावा किया था कि अब खाद की कोई कमी नहीं है। उनके इस बयान के मात्र चार घंटे बाद ही, खाद के लिए हो रही मारामारी और युवक की पिटाई का यह मामला सामने आया।

पुलिस का कहना है कि प्रदर्शन कर रहे किसानों को बलपूर्वक हटा दिया गया था, और लाठीचार्ज जैसी कोई घटना नहीं हुई है। इस विषय में समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने X (ट्विटर) पर लिखा, “खाद मांगने पर अपमान.. भाजपा क्या आइना नहीं देखते? यह शर्मनाक है, घोर निंदनीय और अति दुर्भाग्यपूर्ण है।” सूर्य प्रताप शाही ने बुधवार को लखीमपुर जिले में प्रेसवार्ता के दौरान कहा था कि जिले में अब खाद की कोई समस्या नहीं है। उन्होंने बताया, “10 लाख मीट्रिक टन यानी लगभग 25 लाख बोरी यूरिया भेजी जा चुकी है।”

मंत्री के इस बयान के तुरंत बाद ही जिले के कई खाद केंद्रों पर किसानों की लंबी कतारें देखने को मिलीं। दोपहर 2 बजे के करीब, फरधान थाना क्षेत्र के भदूरा सहकारी केंद्र पर समिति सचिव प्रदीप पटेल ने वितरण बंद कर दिया, कहकर कि मशीन खराब हो गई है और खाद कल आएगी। खाद की इस बंदी के बाद किसानों ने सड़क जाम कर प्रदर्शन शुरू कर दिया। आरोप है कि सुबह से ही लाइन में लगे किसान केवल सिफारिश वाले लोगों को ही खाद मिल रही थी। किसानों का गुस्सा भड़क गया, जिससे केंद्र पर ताला लग गया और कर्मचारी भाग गए।

खाद की मांग को लेकर करीब 100 से ज्यादा किसान लखीमपुर-मोहम्मदी हाईवे जाम कर बैठे। सूचना मिलने पर फरधान थाना प्रभारी दयाशंकर पुलिस फोर्स के साथ पहुंचें। पुलिस ने किसानों को हटाने का प्रयास किया, लेकिन जब वे नहीं माने, तो पुलिस ने राजकिशोर नामक युवक को पकड़कर लाठियां बरसाईं। बड़ी बहस के बीच, मां और भाई बीच-बचाव करने आए, तो पुलिस ने उनके साथ धक्का-मुक्की की और धमकाया। आखिरकार, पुलिस ने ग्रामीणों को समझाकर जाम खुलवाया।

बता दें कि बुधवार दोपहर 2 बजे, मैगलगंज के इफको सेंटर गल्ला मंडी में भी खाद के लिए हंगामा हुआ। सुबह से लाइन में लगी महिलाओं को दोपहर तक खाद नहीं मिली, जिससे उनकी भीड़ बढ़ गई। इस दौरान महिलाएं आपस में चप्पलें फेंकने लगीं। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति संभाली और लोगों को शांत कराया। इसी तरह, शंकरपुर और अन्य केंद्रों पर भी खाद वितरण को लेकर तनाव देखा गया।

किसानों का आरोप है कि जिले में खाद के स्टॉक की कोई कमी नहीं है। उनका कहना है, “कालाबाजारी और भ्रष्टाचार के कारण खाद नहीं मिल पा रही है।”

उन्होंने सरकार से मांग की है कि,

  • वितरण में पारदर्शिता बरती जाए।
  • हर केंद्र पर CCTV और सार्वजनिक वितरण सूची लगाई जाए।
  • महिलाओं और बुजुर्गों के लिए अलग लाइन और शेड की व्यवस्था हो।
  • भ्रष्ट सचिवों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।

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