
शिमला। विश्व सांप दिवस के मौके पर हिमाचल प्रदेश के डीजीपी अशोक तिवारी के आवास पर एक सांप देखा गया। वन विभाग की त्वरित कार्रवाई के तहत हिमालयन ट्रिंकेट स्नेक को सुरक्षित तरीके से रेस्क्यू किया गया, जो विषहीन था। जनवरी 2024 से जून 2025 के बीच, वन्यजीव विभाग को कुल 530 शिकायतें मिली हैं, जिनमें से 95 सांपों से संबंधित थीं। मानसून के दौरान, हर दिन लगभग 4 से 5 सांपों को रेस्क्यू किया जाता है।
हिमाचल प्रदेश के पुलिस महानिदेशक अशोक तिवारी के घर पर विश्व सांप दिवस के अवसर पर बुधवार को सांप घुस आने की सूचना मिली। पुलिस कॉलोनी कसुम्पटी में डीजीपी के आवास पर एक सांप के घुसने का मामला सामने आया। वन विभाग की रैपिड रिस्पांस टीम (आरआरटी) टुटीकंडी को सुबह करीब साढ़े छह बजे इसकी जानकारी दी गई।
मात्र तीन मिनट बाद, यानी सुबह 6:53 बजे, टीम मौके के लिए रवाना हुई। लगभग 11 किलोमीटर की दूरी तय कर, टीम सुबह 7:25 बजे पहुंची और पांच मिनट के भीतर ही एक हिमालयन ट्रिंकेट सांप को सुरक्षित तरीके से पकड़ा और अन्य स्थान पर छोड़ दिया। यह सांप विषहीन प्रजाति का था।
रोजाना 4 से 5 सांपों का रेस्क्यू किया जाता है
यह सांप मानवों के लिए कोई खतरा नहीं था। वन्य जीव विभाग के वन मंडल अधिकारी शाहनवाज ने बताया कि जनवरी 2024 से जून 2025 के बीच, विभाग को कुल 530 वन्यजीव संबंधी शिकायतें प्राप्त हुई हैं। इनमें से 241 मामलों में सफलता पूर्वक रेस्क्यू किया गया है।
सबसे अधिक शिकायतें बंदरों से संबंधित मिलीं, जिनकी संख्या 196 थी। वहीं, सांपों की शिकायतें 95 थीं, जिनमें से 50 सांपों को सुरक्षित रेस्क्यू किया गया।