मंत्री नंद गोपाल नंदी की पत्नी का मोबाइल हैक, साइबर अपराधियों ने परिचितों से मांगे पैसे

Prayagraj News : प्रयागराज में औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल नंदी की पत्नी और पूर्व महापौर अभिलाषा गुप्ता का व्हाट्सएप अकाउंट हैक हो गया है। हैकर्स ने उनके परिचितों से पैसे मांगे। पुलिस ने इस मामले में आईटी एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली है। इसी तरह एक व्यापारी महिला का भी मोबाइल हैक कर उनके नजदीकी लोगों से पैसे की मांग की गई।

साइबर अपराधियों ने, नन्दी गुप्ता की कंपनी से दो करोड़ आठ लाख रुपये की ऑनलाइन ठगी के बाद, उनकी पत्नी का मोबाइल और व्हाट्सएप अकाउंट भी हैक कर लिया। इसके बाद, उनके परिचितों और शुभचिंतकों को व्हाट्सएप पर मैसेज भेजकर पैसे की मांग की गई। जब यह संदर्भ पता चला, तो अभिलाषा गुप्ता परेशान हो गईं और उन्होंने साइबर थाना में शिकायत दी।

पुलिस ने मोबाइल नंबर के आधार पर आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। कोतवाली क्षेत्र के बहादुरगंज मोहल्ला निवासी अभिलाषा गुप्ता दो बार महापौर रह चुकी हैं। उन्होंने बताया कि मंगलवार को उनके पास एक अनजान नंबर से कॉल आया। कॉलर ने बताया कि वह ब्लू डाट कोरियर से बोल रहा है और पार्सल पहुंचाना है। उन्होंने अपने मकान का पता भी बताया।

इसके तुरंत बाद, उनके मोबाइल पर एक टेक्स्ट मैसेज आया। कुछ देर बाद, उन्होंने देखा कि उनका व्हाट्सएप काम नहीं कर रहा है और मोबाइल फॉर्मेट हो चुका था। इसी बीच, शुभचिंतकों ने बताया कि उनके व्हाट्सएप से एक मैसेज आया है, जिसमें लिखा था, “मैडम बहुत परेशान हैं। उनके पास केवल 55 हजार रुपये हैं। 65 हजार रुपये भेज दीजिए।” उस संदेश में पूर्व महापौर का नाम नन्दी गुप्ता और तस्वीर लगी थी।

समर्थकों और शुभचिंतकों से पैसे मांगने की जानकारी मिलने के बाद, अभिलाषा गुप्ता चिंतित हो गईं और उन्होंने साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई। इसी तरह, एक महिला व्यवसायी का मोबाइल भी हैक कर उनके करीबी लोगों से पैसे की मांग की गई। साइबर थाना प्रभारी राजीव तिवारी का कहना है कि रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। कुछ मोबाइल नंबर की जानकारी प्राप्त हुई है, जिन्हें ट्रेस किया जा रहा है।

वहीं, साइबर अपराधियों ने शेयर ट्रेडिंग का झांसा देकर झूंसी निवासी देवेश चंद्र श्रीवास्तव से 52 लाख रुपये ठग लिए। देवेश ने बताया कि उनका खाता ट्रेडबुल पर था। इसी दौरान, मीरा नंदनी नामक युवती ने व्हाट्सएप पर संपर्क किया और शेयर में निवेश और मुनाफे के बारे में बताया।

फिर एक ऐप डाउनलोड करवाया और शेयर विवरण भेजकर खरीदने-बिक्री का निर्देश दिया। साथ ही, पैसा नए खाते में ट्रांसफर करने को कहा। जब देवेश को संदेह हुआ, तो उन्होंने पैसा वापस मांगा, लेकिन तब तक, मीरा नंदनी और उसके सहयोगियों ने 12 लाख रुपये की जमा राशि और 40 लाख रुपये लोन के रूप में ठग लिए। पीड़ित ने साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई है।

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