
उत्तर प्रदेश में मोटापे से मुकाबले के लिए एक बड़ा अभियान शुरू किया जा रहा है। सरकार आयुष्मान आरोग्य मंदिरों और समुदाय संगठनों के साथ मिलकर लोगों को स्वस्थ खानपान एवं जीवनशैली के प्रति जागरूक करेगी। सार्वजनिक स्थानों पर तेल और चीनी की मात्रा दर्शाने वाले पोस्टर और संकेतक लगाए जाएंगे। साथ ही, योग और ध्यान को भी बढ़ावा दिया जाएगा और आशा कार्यकर्ता मोटापे से ग्रस्त व्यक्तियों की पहचान करेंगी।
केंद्र सरकार के निर्देशानुसार, प्रदेश सरकार यह अभियान सभी जिलों में चलाएगी। यह पहल आयुष्मान आरोग्य मंदिरों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, जिला अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों, प्रतीक्षा स्थलों, शिक्षण संस्थानों की कैंटीन, पुस्तकालयों, छात्रावासों, सभागारों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर तेल और चीनी की मात्रा बताने वाले बोर्ड लगाए जाने के साथ शुरू होगी।
इन पोस्टर्स में यह जानकारी दी जाएगी कि आपके खाने में कितनी मात्रा में तेल और चीनी है। लोगों को स्वस्थ और पौष्टिक आहार अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, कार्यालयों की पत्राचार सामग्री जैसे लेटरहेड, लिफाफे, नोटपैड और फोल्डर पर भी मोटापे से बचाव का संदेश छापा जाएगा।
स्वास्थ्य विभाग एवं चिकित्सा शिक्षा के प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा ने सभी जिलों को निर्देश दिए हैं कि शारीरिक गतिविधि और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए योग और ध्यान को दैनिक जीवन में शामिल करते हुए नियमित वेलनेस प्रोग्राम आयोजित किए जाएं।